Nahid Islam: बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर हिंसक झड़पों और कई मौतों के बाद हालात बिगड़ गए हैं. देश लगातार प्रदर्शन कारियों की हिंसा के चपेट में है. इस बीच देश में बीते दिन रविवार को दोबारा हुई हिंसा में करीब 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और कुल मौतों का आंकड़ा 300 के पर पहुंच गया है. वहीं प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और दिल्ली पहुंच चुकी हैं. वहीं शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने बड़ा बयान दिया है.
उन्होंने कहा कि हम एक अंतरिम सरकार बनाएंगे और देश को फिलहाल अंतरिम सरकार चलाएगी. ऐसे में बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच एक चेहरा उभरकर सामने आया है. जिसका नाम नाहिद इस्लाम है. जिसने शेख हसीना को सत्ता छोड़ने पर मजबूर कर दिया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये वही चेहरा है जिसने स्टूडेंट प्रोटेस्ट की रणनीति बनाई, उसका नेतृत्व किया और इसकी रणनीति के आगे सामने शेख हसीना को सत्ता छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. बता दें कि हालिया छात्र आंदोलन के 157 संयोजकों में से नाहिद इस्लाम एक हैं, जिन्होंने 4 अगस्त 2024 से 'पूर्ण असहयोग' आंदोलन का ऐलान किया है, जिसमें शेख हसीना और उनके मंत्रिमंडल के इस्तीफे की मांग की गई थी.
नाहिद इस्लाम ही वो शख्स हैं, जिन्होंने 'आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन' के कन्वेनरों ने बातचीत के पीएम हसीना के न्यौते को ठुकराया. नाहिद इस्लाम ने कहा था कि आपातकाल या कर्फ्यू को कोई बांग्लादेशी स्वीकार नहीं करेगा और ना ही हम कोई बातचीत करेंगे.
नाहिद इस्लाम ढाका यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र का छात्र है. वह ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट भी है. वहीं बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन का नेतृत्व भी यही कर रहा है. नाहिद ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि 20 जुलाई की सुबह उसे हिरासत में लिया था. वह 24 घंटे तक गायब रहा था. लेकिन बाद में वह एक पुल के नीचे बेहोशी की हालत में मिला. उसने दावा किया कि बेहोश नहीं होने तक उसे पीटा गया. इससे पहले नाहिद के साथी आसिफ महमूद और अबू बकर को भी पुलिस उठा ले गई थी. उन्होंने भी पीटा गया. 6 दिन बाद आंख पर पट्टी बांधकर उन्हें दूर के एक इलाके में छोड़ा गया था.
नाहिद इस्लाम ने बीते दिन एक बयान दिया था, जिसकी खूब चर्चा हो रही है. अपने बयान में नाहिद ने अवामी लीग के कार्यकर्ताओं और नेताओं को को आतंकवादी करार दिया था. साथ ही उसने दावा किया था कि इन्हें सड़कों पर तैनात किया गया है. नाहिद ने कहा कि अवामी लीग देश में गृह युद्ध की स्थिति पैदा करना चाहती है. हमारा रास्ता और उद्देश्य साफ है. केवल जीत ही हमारा लक्ष्य है. नाहिद ने शेख हसीना के लिए कहा था कि आपको यह तय करना होगा कि आप हिंसा और रक्तपात का सहारा लेती हैं या छात्रों की मांग पर इस्तीफा देती हैं.
बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे को लेकर हिंसा भड़की हुई है. बता दें, कि इसी साल जून में बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने 'वॉर हीरोज' के परिजनों को 30% कोटा देने का फैसला सुनाया था. इसके बाद छात्र भड़क गए और सड़कों पर उतर आए. छात्रों का हिंसक आंदोलन देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने फैसला वापस ले लिया. लेकिन तब तक आंदोलन सत्ता के खिलाफ हो गया था और PM शेख हसीना से इस्तीफे की मांग उठने लगी.
First Updated : Monday, 05 August 2024