कौन हैं अमेरिकी खुफिया प्रमुख बनने वाली तुलसी गबार्ड? 18 जासूसी एजेंसियों की करेंगी निगरानी
Tulsi Gabbard: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में बंपर जीत के बाद से ही डोनाल्ड ट्रंम्प ने अपने कैबिनेट के निर्माण की तैयारी शुरू कर दी है, हाल ही में उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में नामित किया है. आइए जानते हैं कौन है तुलसी गबार्ड?
Tulsi Gabbard: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में नामित किया है. तुलसी गबार्ड, जो पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रतिनिधि थीं, अब अमेरिका की 18 जासूसी एजेंसियों की देखरेख करेंगी.
तुलसी गबार्ड का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है. 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने ट्रंप का समर्थन किया, जिससे उनकी लोकप्रियता और बढ़ी.
तुलसी गबार्ड का प्रारंभिक जीवन
तुलसी गबार्ड का जन्म 12 अप्रैल 1981 को अमेरिकी समोआ में हुआ था. दो साल की उम्र में उनका परिवार हवाई में बस गया. किशोरावस्था में ही उन्होंने पर्यावरण के लिए काम करने वाले एक एनजीओ की सह-स्थापना की. उन्होंने 2009 में हवाई पैसिफ़िक यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की पढ़ाई पूरी की.
कॉम्बैट मेडिकल बैज से सम्मानित
तुलसी गबार्ड ने आर्मी नेशनल गार्ड में दो दशक से अधिक समय तक सेवा की है. इराक और कुवैत में तैनाती के दौरान उन्होंने दुश्मन की गोलीबारी के तहत ऑपरेशन इराकी फ्रीडम III में भाग लिया और उन्हें कॉम्बैट मेडिकल बैज से सम्मानित किया गया.
राजनीति में कदम
21 साल की उम्र में गबार्ड हवाई के प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गईं. हालांकि, इराक में तैनाती के कारण उन्हें एक कार्यकाल के बाद पद छोड़ना पड़ा. बाद में वह कांग्रेस के लिए चुनी गईं, जहां उन्होंने हवाई का प्रतिनिधित्व किया और सदन की पहली हिंदू सदस्य बनीं. उन्होंने भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ ली.
छोड़ दी डेमोक्रेटिक पार्टी
2020 में, गबार्ड ने डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन की मांग की. उन्होंने विदेशी सैन्य हस्तक्षेप का विरोध किया. बाद में उन्होंने चुनावी दौड़ से हटकर जो बिडेन का समर्थन किया, जो बाद में राष्ट्रपति बने. 2022 में गबार्ड ने डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी और बाद में ट्रंप का समर्थन किया.
रिपब्लिकन पार्टी में हुईं शामिल
इस साल की शुरुआत में गबार्ड ने ट्रंप के समर्थन का ऐलान किया, जिससे उनकी लोकप्रियता रिपब्लिकन समर्थकों के बीच और बढ़ गई. अक्टूबर में उत्तरी कैरोलिना में एक रैली में उन्होंने औपचारिक रूप से रिपब्लिकन बनने की घोषणा की और मौजूदा डेमोक्रेटिक पार्टी को "पहचाने में असंभव" बताया.
खुफिया निदेशक के पद पर नियुक्ति
डोनाल्ड ट्रंप ने गबार्ड की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक अनुभवी नेता हैं जो खुफिया समुदाय में अपनी निडर भावना के लिए जानी जाती हैं. गबार्ड ने ट्रंप का धन्यवाद करते हुए इस जिम्मेदारी को लेकर उत्सुकता जताई और कहा कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ देंगी.