कौन होगा हमास का अगला चीफ? इन दो चेहरों में जबरदस्त टक्कर
Hamas Chief: हमास प्रमुख की मौत के बाद संगठन के सामने नए नेता का संकट खड़ा हो गया है. ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने गया था, यहीं पर उनके आवास पर गाइडेड मिजाइल से हमला किया गया, जिसमें उसकी मौत हो गई. अब सभी इंतेजार कर रहे हैं कि हमास का अगला चीफ कौन होगा. ऐसे में दो बड़े नाम सामने आ रहे हैं, तो फिर चलिए जानते हैं कि आखिर वो कौन हैं.
Hamas Cheif: हाल ही में हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत की बात सभी इंतेजार कर रहे हैं कि आखिर अब किसके हाथों में इसकी कमान जाएगी. हमास का इतिहास रहा है कि वह इजरायली हमलों में नेताओं के मारे जाने के बाद जल्दी और आसानी से उत्तराधिकारी चुन लेता है. हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल की बुधवार को ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई, जिसके बाद संगठन को नए नेता की तलाश करनी पड़ी. इस्माइल की हत्या ऐसे समय में हुई है जब हमास-इजराइल पर हमले के बाद गाजा में 10 महीने से चल रही जंग में भारी दबाव में है.
एसोसिएटेड प्रेस से बात करते हुए हमास के एक अधिकारी ने अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि इस्माइल के उत्तराधिकार के मुद्दे पर चर्चा चल रही है. इस्माइल अपनी मौत तक हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख थे. उनके डिप्टी सालेह-अल-अरौरी इस साल जनवरी में बेरूत पर इजरायली हवाई हमले में पहले ही मारे गए थे. अगर सालेह जीवित होते तो वह खुद ही इस्माइल हानिया की जिम्मेदारी संभाल लेते. सालेह की मौत के बाद हमास ने राजनीतिक ब्यूरो का कोई उप प्रमुख भी नियुक्त नहीं किया.
हमास की सेंट्रल शूरा काउंसिल की जल्द ही बैठक होने की उम्मीद है. यह मीटिंग कतर में इस्माइल के अंतिम संस्कार के बाद होने और उनके उत्तराधिकारी पर फैसला लेने की संभावना है. परिषद के सदस्यों के नाम खुफिया रखे गए हैं लेकिन इसमें गाजा, वेस्ट बैंक के प्रतिनिधि, प्रवासी और जेल में संगठन से जुड़े लोग शामिल हैं.
कौन हो सकता है अगला मुखिया?
फ़िलिस्तीनी संगठनों से जुड़े मुद्दों के विशेषज्ञ हानी अल-मसरी का कहना है कि हमास को खालिद मेशाल और खलील अल-हिया में से किसी एक को चुनना होगा. खालिद मेशाल हमास के पूर्व प्रमुख हैं जबकि खलील अल-हया को हमास में एक शक्तिशाली व्यक्ति माना जाता है और वह इस्माइल के सबसे करीबी सहयोगियों में से हैं.
अल-मसरी का मानना है कि हमास के लिए इन दोनों नेताओं में से किसी एक को चुनना आसान नहीं होगा. हमास के नए राजनीतिक नेता को सैन्य अभियान जारी रखने और हमास को एक भूमिगत गुरिल्ला समूह में बदलने का फैसला लेना चाहिए? या फिर उन्हें ऐसा नेता चुनना होगा जो राजनीतिक समझौते के लिए भी तैयार हो. लेकिन मौजूदा हालात में यह आसान नहीं दिख रहा है. खालिद मेशाल के पास राजनीतिक और कूटनीतिक अनुभव है, लेकिन 2011 के अरब विरोध प्रदर्शनों के लिए उनके समर्थन ने ईरान, सीरिया और हिजबुल्लाह के साथ संबंधों में खटास ला दी है. 2011 में जब खालिद मेशाल लेबनान में थे, तो हिजबुल्लाह नेतृत्व ने कथित तौर पर उनसे मिलने से इनकार कर दिया था.