Israel Hamas war: हमास के खिलाफ जारी युद्ध के बीच इजरायल ने देश में अल जजीरा के ऑपरेशन को खत्म करने का फैसला लिया है. कैबिनेट बैठक के बाद, संचार मंत्री श्लोमो करही ने इज़राइल में कतर के स्वामित्व वाले समाचार आउटलेट को औपचारिक रूप से बैन करने वाले निर्देशों पर हस्ताक्षर (साइन) किए. बता दें, कि यह एलान गाजा में चल रहे युद्ध के बीच प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा उठाए गए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में सामने आई है.
इस दौरान सोशल मीडिया पल्टफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, नेतन्याहू ने अल जज़ीरा पर इसके प्रभाव , कार्य करने की समयसीमा, या बैन स्थायी या अस्थायी होगा या नहीं, इसके बारे में जानकारी दिए बिना, अपने कैबिनेट द्वारा लिए गए फैसले के बारे में बताया. उन्होंने लिखा, “मेरे नेतृत्व वाली सरकार ने सबकी सहमति से फैसला लिया है कि उकसाने वाला चैनल अल जज़ीरा इज़राइल में बंद कर दिया जाएगा. मंत्री @shlomo_karhi को धन्यवाद".
यह कार्रवाई अप्रैल में इजरायली संसद या नेसेट द्वारा पारित एक कानून के जवाब में की गई है, जिसने कैबिनेट को इजरायल में विदेशी प्रसारण को रोकने की शक्ति दी थी यदि इजरायली सुरक्षा सेवाओं और नेतन्याहू को लगता है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं.
बता दें कि इजराइल ने अल जज़ीरा पर लंबे समय से हमास के साथ अच्छे संबंध रखने और वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में इज़राइल की गतिविधियों पर रिपोर्टिंग करते समय फिलिस्तीन करने का आरोप लगाया गया है. हालांकि, आउटलेट ने आरोपों से इनकार किया है. यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब कतर इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम समझौता कराने में अन्य देशों की मदद कर रहा है.
श्लोमो करही द्वारा आउटलेट को औपचारिक रूप से बैन करने वाले निर्देशों पर किए गए हस्ताक्षर (साइन) के अनुसार, इज़राइल सर्वर, कंप्यूटर, संपादन, कैमरा, माइक्रोफोन और रूटिंग डिवाइस समेत "चैनल की सामग्री के प्रसार करने के लिए उपयोग किए जाने वाले" डिवाइसों को जब्त कर लेगा. ऐसे में अधिकारियों को वायरलेस ट्रांसमिशन डिवाइस और कुछ सेल फोन जब्त करने की भी अनुमति है. और ये आदेश तुरंत प्रभाव से लागू होंगे.
बता दें कि करही ने आदेशों पर साइन करने के बाद कहा, बहुत समय बीत चुका है और अल जज़ीरा की अच्छी तरह से उकसाने वाली मशीन को रोकने के लिए बहुत सारी अनावश्यक कानूनी बाधाएं आई हैं, जो राज्य की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाती है."
अल जज़ीरा, जो युद्ध के दौरान गाजा में रहने वाले कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया आउटलेट्स में से एक है, उसने हवाई हमलों और भीड़ भरे अस्पतालों के ग्राफिक फुटेज जारी करते हुए इज़राइल पर अपराध करने का आरोप लगाया. बता दें कि रविवार को अल जजीरा के अरबी न्यूज चैनल ने अपने प्रसारण के दौरान इजरायली कदम की पुष्टि की. नेतन्याहू की घोषणा के कुछ ही मिनट बाद अल जज़ीरा के अंग्रेजी अनुभाग ने पूर्वी यरुशलम से लाइव फुटेज प्रसारित करना जारी रखा. First Updated : Sunday, 05 May 2024