Hardeep Singh Nijjar: हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की नफ़रत हुई उजागर, भारत-कनाडा विवाद पर किस देश ने क्या कहा?
India-Canada Relations: इन दिनों भारत और कनाडा के संबंधों में थोड़ी खटास आ गई है. क्यों शुरू हुआ ये विवाद, जानिए अब तक इस मामले में अब तक दोनों देशों ने क्या क्या एक्शन लिए हैं.
हाइलाइट
- भारत-कनाडा विवाद पर पाकिस्तान की टिप्पणी
- बयान पर जस्टिन ट्रूडो ने दी सफाई
- 'हमारा मकसद भारत को उकसाना नहीं था
India-Canada Relations: खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर दिए गए प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान से भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव आ गया है. ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का इल्ज़ाम लगाया था. जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो गया. इसके साथ ही कनाडा ने ओटावा में भारत के एक टॉप डिप्लोमैट को देश छोड़कर जाने का आदेश भी दे दिया था.
कौन था हरदीप सिंह निज्जर?
हरदीप सिंह निज्जर पंजाब का नागरिक था, जो 1996 में कनाडा में बस गया था. वहां पर उसने एक पलंबर बनकर अपने करियर की शुरूआत की थी. लेकिन कुछ ही दिनों में वो खालिस्तानियों के साथ शामिल हो गया. 18 जून को एक गुरुद्वारे के बाहर निज्जर की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद ट्रूडो ने जी-20 में शामिल होने के दौरान भी इस मामले पर पीएम मोदी के सामने बात रखी थी.
कैसे शुरू हुआ विवाद
मंगलवार को जस्टिन ट्रूडो ने संसद को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर बात की. इस मामले में ट्रूडो ने भारत पर इल्ज़ाम लगाया कि 'हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ हो सकता है.' इसके बाद ही उन्होंने कनाडा से टॉप भारतीय डिप्लोमैट को निष्काशित कर दिया.
भारत ने कनाडा के आरोपों को किया खारिज
कनाडा के आरोपों को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया. जिसके लिए भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि 'कनाडाई प्रधानमंत्री के संसद में किए गए दावों को हम सिरे नकारते हैं. कनाडा में होने वाली हिंसा के लिए भारत पर इल्ज़ाम लगाना बेतुका और राजनीति से प्रेरित नज़र आ रहा है.' इसके साथ ही भारत ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें कनाडा के उच्चायुक्त को 5 दिनों के अंदर देश छोड़ने के आदेश दिया गया.
तनाव के बीच सामने आया अमेरिका का बयान
इस सब बातों के बीच अमेरिका का बयान भी सामने आया, जिसमें अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की प्रवक्ता एडरीन वॉटसन ने कहा कि 'प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के जरिए लगाए गए इल्ज़ामों को लेकर अमेरिका बेहद चिंतित है. अभी ये जरूरी है कि कनाडा की जांच पूरी हो और आरोपियों को पकड़ा जाए.'
ब्रिटेन की प्रतिक्रिया
भारत और कनाडा के विवाद के बीच में ब्रिटेन की प्रतिक्रिया भी सामने आई. ब्रिटेन ने कहा कि 'हम कनाडाई सहयोगियों के साथ इन इल्ज़ामों को लेकर करीबी संपर्क बनाए हुए हैं. इसके साथ ही कहा गया कि 'कनाडाई अधिकारियों के ज़रिए हो रही जांच के दौरान आगे कुछ भी कहना करना सही नहीं होगा.'
ऑस्ट्रेलिया ने क्या कहा?
बाकी देशों की तरह ही ऑस्ट्रेलिया ने भी कनाडा के ज़रिए लगाए गए आरोपों पर चिंता जताई गई. ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान सामने आया जिसमें कहा गया कि 'हम इस पूरे मामले में जो भी बदलाव हो रहे हैं, उन्हें लेकर साझेदारों के साथ करीब से जुड़े हुए हैं. हमने वरिष्ठ स्तर पर अपनी चिंताओं से भारत को अवगत करा दिया है.'
भारत-कनाडा विवाद पर पाकिस्तान की टिप्पणी
तमाम देशों के साथ साथ भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने भी टिप्पणी की. कनाडा-भारत के विवाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा कि 'कनाडा ने भारत पर आरोप लगाया है कि एक कनाडाई सिख की हत्या उसके यहां की गई है. ये बहुत बड़ा इल्ज़ाम है.' इसके साथ ही उनके मन में जो भारत के लिए नफरत है उसका इज़हार करते हुए कहा कि 'दुनिया के सामने भारत की पोल खुल चुकी है. कब तक अतंरराष्ट्रीय समुदाय और पश्चिम के हमारे दोस्त भारत की इन हरकतों को नजरअंदाज करेंगे.'
जस्टिन ट्रूडो ने बयान पर दी सफाई
जस्टिन ट्रूडो के बयान के बाद सारी दुनिया में हलचल मच गई, जिसके बाद बीते दिन ही जस्टिन ट्रूडो ने सफाई देते हुए कहा कि 'निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों का हाथ होने की आशंका जाहिर करने के पीछे ये मकसद नहीं था कि हम भारत को उकसाएं. कनाडा चाहता है कि भारत इस मामले को ठीक से संभाले.'
#WATCH ओटावा: कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा, "भारत सरकार को इस मामले को बेहद गंभीरता से लेने की जरूरत है। हम ऐसा कर रहे हैं, हम भड़काने या बढ़ाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, हम बस तथ्यों को सामने रख रहे हैं जैसा कि हम उन्हें समझते हैं और हम भारत सरकार के साथ काम करना… pic.twitter.com/6l3LwAYfrz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 19, 2023
कनाडा ने जारी की एडवाइज़री
कनाडा ने अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइज़री जारी की है, जिसमें जम्मू-कश्मीर के सफर को लेकर सलाह दी गई है. एडवाइज़री में कहा गया कि देश के नागरिक सुरक्षा हालातों की वजह से जम्मू-कश्मीर के सफर से बचें. यहां पर आतंकवाद, उग्रवाद, नागरिक अशांति और अपहरण का खतरा है.'
"Avoid all travel to the Union Territory of Jammu and Kashmir due to the unpredictable security situation. There is a threat of terrorism, militancy, civil unrest and kidnapping. This advisory excludes travelling to or within the Union Territory of Ladakh," says Canada in its… pic.twitter.com/AxV7aZ18q3
— ANI (@ANI) September 19, 2023