POK को क्यों चाहिए पाकिस्तानी सरकार से मुक्ति? समझे ये पांच पॉइंट
Violence Broke Out In Pok: पीओके की जनता ने जिस तरह से विद्रोह छेड़ा है, उससे कई लोगों के जान जाने की आशंका बन रही है. पीओके में आतंकवादियों को पैदा किया जाता है, भारत के खिलाफ जंग के लिए वहां की जनता को उकसाया जाता है.
Violence Broke Out In Pok: पाकिस्तान ने कश्मीर की जिस जमीन पर कब्जा किया है, उस जमीन के लोग अब पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ नारे कर रहे हैं. सड़कों पर निकल चुके हैं, पीओके की जनता अब हिंसक बन चुकी है. वहीं वर्तमान समय में यहां कि जनता का शांत होना बहुत मुश्किल लग रहा है. जानकारी तो ये भी मिल रही है कि पीओके के इस हिंसक प्रदर्शन में एक पुलिस की जान भी चली गई है. कई लोग घायल हो चुके हैं. लोगों के मन में ये सवाल चल रहा है कि पीओके मुद्दा कहीं जंग ना बन जाए.
जबकि ये हिंसा जम्मू-कश्मीर ज्वॉइंट आवामी एक्शन कमेटी (JAAC) के बैनर तले हो रहा है. मीरपुर के एसएसएपी कामरान अली ने 'डॉन' का कहना है कि लगातार हो रहे हिंसक प्रदर्शन में एसआई अदनान कुरैशी की जान चली गई है, दरअसल उनके सीने में गोली लग गई थी.
#WATCH | Protests against inflation turn violent as police crackdown on demonstrators in Muzaffarabad, PoK.
— ANI (@ANI) May 11, 2024
The Awami Action Committee called for the protest, demanding tax-free electricity from the Mangla Dam and subsidies on wheat flour. The strike was catalyzed by overnight… pic.twitter.com/sigjaDcRtS
पीओके की वर्तामान स्थिति
पीओके की जनता हमेशा पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ ही रहती है. मगर इन दिनों किया जा रहा प्रदर्शन हिंसा का रुप ले चुका है, मिली जानकारी के मुताबिक पीओके के लगभग कई इलाकों में नेट सुविधा को रोक दिया गया है. वहां की जनता लगातार कैंडिल मार्च निकाल रही है, जबकि आज पीओके में हड़ताल का चौथा दिन है. इसी बीच सरकार ने पीओके के सभी जिलों में जमावड़े, रैलियों, जुलुसों पर रोक लगा दी और धारा 144 लागू कर दिया है.
पाकिस्तान से पीओके को इतना गुस्सा क्यों?
1- बिजली में कटौती- पाकिस्तान की 20 फीसदी बिजली को मंगला डैम में पैदा किया जाता है. जिसके बाद भी मात्र 30 फीसदी बिजली पीओके को दी जाती है.
2- सड़कों और अस्पताल की कमी- पीओके में आम जनता के लिए अस्पताल, स्कूल की कमी है. सड़कों की हालत भी अच्छी नहीं है. यहां तक की पीओके में जो इन्फ्रास्ट्रक्टर हैं उसका फायदा पाकिस्तानी सेना उठा रही है.
3- महंगाई की मार- पाकिस्तान आर्थिक तंगी से बहुत परेशान है, मगर पीओके की हालत इस मामले में अधिक खराब है. वहीं यहां की जनता को आटा सब्सिडी नहीं दी जाती है.
4- पीओके में रहने वाले लोग भारत के खिलाफ चल रही लड़ाई में सरकार की मदद करते हैं. पाकिस्तान के इस जमीन के टुकड़ें को आतंकवादियों का ठिकाना भी कहा जाता है. प्रदर्शन का एक कारण ये भी है कि जो कोई आंतकवाद में अपनी जान दे बैठता है, उन्हें सरकार मुआवजा तक नहीं देती है.
5- पीओके को आजाद कश्मीर कहके संबोधित किया जाता है. यहां का अपना पीएम और राष्ट्रपति है, पीओके में विधानसभा सीटों की संख्या 53 है. मगर जनता मानती है कि हमें पाकिस्तान की सरकार कटपुलती बनाकर नचा रही है.