ISS की उलटी गिनती शुरू! अंतरिक्ष से हटाया जाएगा यह ऐतिहासिक स्टेशन, वैज्ञानिकों ने बताया कारण
नासा ने 2030 तक अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन को बंद करने की योजना बनाई है, क्योंकि यह अपनी उम्र पूरी कर चुका है और नई तकनीक वाले स्पेस स्टेशन की जरूरत महसूस हो रही है. ISS को हटाने के लिए नामक एक विशेष स्पेसक्राफ्ट विकसित किया जाएगा, जो इसे सुरक्षित रूप से धरती की कक्षा से बाहर करेगा.

अंतरिक्ष से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. नासा (NASA) जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) को बंद करने की योजना बना रहा है. यह वही स्पेस स्टेशन है जहां अंतरिक्ष यात्री महीनों तक रहकर शोध कार्य करते हैं और हाल ही में भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स भी यहां से धरती पर लौटी हैं. आखिर नासा इस ऐतिहासिक स्टेशन को क्यों बंद कर रहा है? आइए जानते हैं.
अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन क्यों हो रहा है बंद?
आईएसएस को वैज्ञानिकों ने धरती के बाहर एक सुरक्षित और उन्नत रिसर्च सेंटर के रूप में तैयार किया था. इसमें लगे अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से अंतरिक्ष यात्री रीयल-टाइम में रिसर्च कर पाते हैं और धरती पर डेटा भेजते हैं. लेकिन अब वैज्ञानिकों का मानना है कि ISS अपनी उम्र पूरी कर चुका है और नई खोजों के लिए अधिक आधुनिक स्पेस स्टेशन की जरूरत होगी.
आईएसएस को हटाने के लिए नई योजना
अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन का आकार बहुत विशाल है और यह धरती की कक्षा में बहुत तेज गति से परिक्रमा कर रहा है. इसे बिना प्लानिंग के अंतरिक्ष में छोड़ देना खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि इसका मलबा अन्य सैटेलाइट्स से टकरा सकता है. इसलिए नासा ने इसे सुरक्षित तरीके से हटाने के लिए US Deorbit Vehicle (USDV) नामक स्पेसक्राफ्ट विकसित करने का प्रस्ताव दिया है. यह विशेष रूप से ISS को धरती की कक्षा से हटाने के लिए डिजाइन किया जाएगा.
धरती पर कहां गिराया जाएगा आईएसएस?
ISS को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए इसे साउथ पैसिफिक महासागर में गिराया जाएगा, क्योंकि इस क्षेत्र में जनसंख्या बहुत कम है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 2030 तक इसे संचालित किया जाएगा और उसके बाद यह अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंचेगा.
कौन-कौन से देश जुड़े हैं इस प्रोजेक्ट से?
ISS को नासा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA), जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA), कनाडा स्पेस एजेंसी (CSA) और रूस की रोस्कोस्मोस (Roscosmos) ने मिलकर बनाया था. इन सभी देशों ने मिलकर इसे 2030 तक संचालित करने का निर्णय लिया है.
आईएसएस के बारे में रोचक तथ्य
यह धरती से लगभग 400-415 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
इसका वजन लगभग 4 लाख किलोग्राम है, जो करीब 80 अफ्रीकी हाथियों के बराबर है.
नवंबर 2000 से अब तक यहां लगातार अंतरिक्ष यात्री रह रहे हैं.
नए स्पेस स्टेशन की जरूरत क्यों?
ISS को हटाने का मुख्य कारण यह है कि भविष्य की खोजबीन और अनुसंधान के लिए नई तकनीक वाले स्पेस स्टेशन की जरूरत पड़ेगी. वैज्ञानिक अब मंगल और चंद्रमा जैसे दूरस्थ ग्रहों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसके लिए उन्नत सुविधाओं की जरूरत होगी.