Sunita Williams: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का वजन अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर रहते हुए तेजी से घटने लगा है. इसकी वजह से नासा के विशेषज्ञ और डॉक्टर भी परेशान हैं. जून 2024 में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर पहुंचने के बाद से उनका वजन लगातर कम हो रहा है. हाल ही में जारी तस्वीरों में वो बेहद दुबली नजर आ रही हैं.
सुनीता विलियम्स और उनके साथी बैरी विल्मोर का अंतरिक्ष में रहना एक तकनीकी समस्या के कारण लंबा हो गया है. नासा ने फरवरी 2025 तक उनकी पृथ्वी वापसी की संभावना जताई है, और इस दौरान उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जा रही है.
नासा के एक अधिकारी ने बताया कि सुनीता का वजन बेहद कम हो गया है और अब वह काफी दुबली दिखाई दे रही हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि जीरो ग्रेविटी में शरीर के मेटाबॉलिज्म में तेजी आने से ज्यादा कैलोरी की आवश्यकता होती है, परंतु उपलब्ध हाई-कैलोरी डाइट भी उनकी जरूरतें पूरी नहीं कर पा रही है.
अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर रहने वालों की तुलना में अधिक कैलोरी की आवश्यकता होती है. सामान्य स्थिति में एक अंतरिक्ष यात्री को प्रतिदिन 3500 से 4000 कैलोरी का सेवन करना चाहिए ताकि उनका वजन स्थिर बना रहे. जीरो ग्रेविटी में शरीर को फिट रखने के लिए हर दिन दो घंटे का व्यायाम भी आवश्यक होता है, जो और अधिक कैलोरी की मांग करता है.
2023 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, अंतरिक्ष यात्रा का प्रभाव महिलाओं पर अधिक नकारात्मक होता है. अध्ययन से पता चलता है कि महिलाओं में अंतरिक्ष में मांसपेशियों का नुकसान पुरुषों की तुलना में अधिक होता है. इस कारण महिला अंतरिक्ष यात्रियों को और भी ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है.
नासा के डॉक्टर सुनीता के स्वास्थ्य पर करीब एक महीने पहले से ध्यान दे रहे हैं और उनकी स्थिति में सुधार के लिए प्रभावी कदम उठा रहे हैं. सुनीता को प्रतिदिन 5000 कैलोरी तक खाने का सुझाव दिया गया है ताकि उनके शरीर की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके और उनका वजन संतुलित रहे. First Updated : Thursday, 14 November 2024