'मेरी बेटी को मृत घोषित किया जाए..' सुदिक्षा कोनांकी की गुमशुदगी के बाद माता-पिता की भावुक अपील
भारतीय छात्रा सुदिक्षा कोनांकी की रहस्यमयी गुमशुदगी के बाद उनके माता-पिता ने अब उन्हें आधिकारिक रूप से मृत घोषित करने की अपील की है. माता-पिता का कहना है कि वे इस घटना को स्वीकार कर आगे बढ़ना चाहते हैं और इस कानूनी प्रक्रिया से उन्हें मानसिक शांति मिलेगी. बता दें कि सुदीक्षा 6 मार्च को डोमिनिकन रिपब्लिक के पुंटा काना बीच से लापता हो गई जिसके बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

भारतीय छात्रा सुदिक्षा कोनांकी की रहस्यमयी गुमशुदगी के बाद अब उनके माता-पिता ने उन्हें आधिकारिक रूप से मृत घोषित करने की अपील की है. 6 मार्च को डोमिनिकन रिपब्लिक के पुंटा काना बीच से लापता हुई सुदिक्षा का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. माता-पिता का कहना है कि वे इस घटना को स्वीकार कर आगे बढ़ना चाहते हैं और इस कानूनी प्रक्रिया से उन्हें मानसिक शांति मिलेगी.
लाउडौन काउंटी शेरिफ ऑफिस ने मीडिया को बताया कि सुदिक्षा के माता-पिता का अनुरोध डोमिनिकन अधिकारियों को भेजा गया है, लेकिन अंतिम फैसला वहीं की सरकार को लेना है. हालांकि, बिना शव के किसी को मृत घोषित करना वहां के कानून के तहत जटिल प्रक्रिया है, जिसके लिए विशेष मंजूरी की जरूरत होगी.
क्या हुआ था 6 मार्च की रात?
यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग की छात्रा सुदिक्षा कोनांकी अपने पांच दोस्तों के साथ 3 मार्च को पुंटा काना पहुंची थीं. 6 मार्च की रात होटल बार में शराब पीने के बाद वे अपने दोस्तों के साथ समुद्र के किनारे गई. सुबह 4:15 बजे सीसीटीवी कैमरों में उन्हें समुद्र की ओर जाते देखा गया, लेकिन सुबह 5 बजे तक उनके सभी दोस्त लौट आए, जबकि सुदिक्षा लापता हो गई.
जांच में क्या निकला?
पुलिस का मानना है कि सुदिक्षा समुद्र में डूब गईं, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है. मुख्य संदिग्ध माने जा रहे जोशुआ रीबे (Joshua Riibe), जो अंतिम बार उनके साथ देखे गए थे, को कई घंटों तक पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया, लेकिन उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है. जोशुआ ने बताया कि सुदिक्षा को बचाने की कोशिश की गई थी, लेकिन समुद्र की लहरों के कारण वे असफल रहे.
परिवार ने क्यों की 'मृत घोषित' करने की अपील?
सुदिक्षा के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी के जीवित होने की संभावना बेहद कम है और इस कानूनी प्रक्रिया से उन्हें शांति मिलेगी. इसके अलावा, बीमा, कॉलेज सेविंग प्लान्स और अन्य कानूनी मामलों को निपटाने के लिए यह जरूरी है.
कानूनी पेचिदगियां और अगला कदम
डोमिनिकन कानून के मुताबिक, किसी को बिना शव के मृत घोषित करने के लिए संसद या राष्ट्रपति की मंजूरी जरूरी होगी. लाउडौन काउंटी प्रशासन परिवार को इस प्रक्रिया में मदद कर रहा है. फिलहाल, यह केस मिसिंग पर्सन के रूप में ही चल रहा है और इसे आपराधिक मामला नहीं माना जा रहा है.