क्या युद्ध के लिए लड़ाकू विमान नहीं, ड्रोन का होगा इस्तेमाल? एलन मस्क के दावे के बाद छिड़ गई बहस
Elon Musk news: अमेरिका के अरबपति उद्योगपति एलन मस्क ने बड़ा दावा किया हैं. उन्होंने कहा है कि ड्रोन जल्द ही F-35 जैसे चालक दल वाले लड़ाकू विमानों की जगह ले लेंगे. एलन मस्क के इस दावे ने विश्लेषकों के बीच भी चर्चा तेज कर दी हैं.
Elon Musk news: टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक अरबपति बिजनेसमैन एलन मस्क के एक बयान ने चर्चा छेड़ दी है. दरअसल, अपने बयान में मस्क ने कहा कि मानव रहित ड्रोन जल्द ही F-35 जैसे चालक दल वाले लड़ाकू विमानों की जगह ले लेंगे. जिसके बाद से ही विश्लेषकों में भी इस बात को लेकर चर्चा तेज हो गई कि क्या सच में भविष्य के युद्धों में चालक वाले लड़ाकू विमानों की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.
मस्क के तर्क: ड्रोन हैं भविष्य
एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में F-35 जैसे मानवयुक्त लड़ाकू विमानों को "पुरानी तकनीक" करार दिया. उन्होंने कहा कि अब ड्रोन युद्ध में निर्णायक भूमिका निभाएंगे. यह पहली बार नहीं है जब मस्क ने ऐसा दावा किया है. 2020 में भी उन्होंने कहा था कि मानवयुक्त लड़ाकू विमानों का युग खत्म हो गया है और ड्रोन उनकी जगह लेंगे.
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि लड़ाकू विमान युद्ध में अभी भी बेहद जरूरी हैं. ड्रोन में युद्ध के मैदान में सफलता का ठोस इतिहास नहीं है. एफ-35 जैसे लड़ाकू जेट्स बहुमुखी प्रतिभा प्रदान करते हैं, जो ड्रोन नहीं कर सकते. ड्रोन वर्तमान में केवल पूरक भूमिका निभा सकते हैं. रूस और चीन जैसे उन्नत विरोधियों के खिलाफ ड्रोन का उपयोग सीमित हो सकता है.
ड्रोन बनाम फाइटर जेट: पूरक या विकल्प?
इसे लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन युद्ध में मानवयुक्त विमानों के पूरक हो सकते हैं, लेकिन भविष्य में ये पूरी तरह से जगह नहीं ले सकेंगे. नई तकनीकों को अपनाने के बावजूद, पुरानी प्रणालियों और प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से खत्म करना व्यावहारिक नहीं है. सैन्य योजनाकारों को तकनीकी बदलावों को अपनाने के साथ-साथ मौजूदा प्रणालियों को बनाए रखने पर ध्यान देना जरुरी है.