Israel Hamas War: इजरायली सेना ने गजा वासियों से उन स्थानों की जानकारी देने का अनुरोध किया है, जहां पर हमास ने इजरायली लोगों को बंधक बनाकर रखा हुआ है. इजरायल रक्षा बल (IDF) ने जानकारी मुहैया कराने वालों के लिए पैसों की पेशकश भी की है. बता दें कि हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल में घुसपैठ करके 200 से ज्यादा नागरिकों को बंधक बना लिया था.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इजरायली डिफेंस फोर्स ने एक पोस्ट शेयर की है. जिसमें कहा गया है कि गजा के लोग बंधकों की सटीक जानकारी मुहैया कराए. इसके लिए आईडीएफ ने पैसों की पेशकश भी की. इजरायली सेना ने कहा कि जानकारी देने वाले लोगों की सुरक्षा और गोपनीयता का भी वादा किया है.
दरअसल, इजरायल अपने बंधक नागरिकों को छुड़ाने के लिए हर संभव प्रयास करता दिख रहा है. बावजूद इसके इजरायल को इसमें अभी तक खास सफलता नहीं मिली है. हालांकि, हमास ने दो अमेरिकी और दो इजरायली लोगों को रिहा किया है. बताया गया कि इनकी रिहाई में इजरायल ने कोई दखल नहीं दिया है.
इजरायली डिफेंस फोर्स ने एक्स पर लिखा, "अगर आप (गजा के लोगों) को शांति से रहना और अपने बच्चों का बेहतर भविष्य चाहते हैं तो तुरंत मानवीय कार्य करें और हमें बंधकों को छिपाने वाले स्थानों के बारे में जानकारी दें. इजरायल की सेना आपको आश्वासन देती है कि हम आपको और आपके घर को सुरक्षा प्रदान करने की अधिकतर कोशिश करेंगे. इसके लिए आपको इनाम के तौर पर पैसे दिए जाएंगे. हम आपको गारंटी देते हैं कि ये सब गोपनीय तरीके से होगा." आईडीएफ ने जानकारी देने वालों के लिए फोन नंबर 8619, व्हाट्सएप, टेलीग्राम और सिग्नल के लिए +972503957992 भी जारी किया है.
हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमला कर किया था. साथ ही हमास के लड़कों ने इजरायली सीमा में घुसपैठ कर 200 से ज्यादा इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया था. हमास के हमले में 1400 से ज्यादा लोगों की जाने चली गई. हमले के तुरंत बाद गजा में इजरायल सेना की कार्रवाई में अब तक 5800 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए हैं. वहीं, सोमवार को हमास ने 79 वर्षीय नुरिट कुपर और 85 वर्षीय योशेवेद लिफ्शित्ज को रिहा कर दिया था. इससे पहले शुक्रवार को हमास ने दो अमेरिकी नागरिकों को भी रिहा कर दिया था. रिहाई के पीछे मिस्त्र और कतर की मध्यस्थता बताई गई थी. First Updated : Wednesday, 25 October 2023