क्या NATO का खेल होगा खत्म? क्या दुनिया का सबसे पावरफुल सैन्य संगठन बना पाएंगे ये देश?
यूरोप में NATO की कमजोर होती भूमिका के चलते यूरोपीय संघ (EU) अपने सैन्य तंत्र को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है. अमेरिका का यूक्रेन युद्ध से पीछे हटना और NATO की धीमी प्रतिक्रिया के कारण यूरोपीय देश अब एक नया सैन्य संगठन बनाने की योजना बना रहे हैं.

यूरोप की सुरक्षा नीति और सैन्य रणनीति में महत्वपूर्ण बदलाव की योजना बनाई जा रही है. उत्तर अटलांटिक संधि संगठन की भूमिका कमजोर पड़ने के कारण यूरोपीय संघ अब अपनी सैन्य ताकत को एक नई दिशा देने की ओर अग्रसर है. ब्रुसेल्स में हो रही बैठकों में यूरोप को एक सैन्य महाशक्ति बनाने की रणनीति पर विचार किया जा रहा है.
NATO की धीमी प्रतिक्रिया
इस बदलाव के पीछे सबसे बड़ी वजह अमेरिका का यूक्रेन युद्ध में सक्रियता से दूरी बनाना और NATO की धीमी प्रतिक्रिया है. यूरोपीय देशों को यह एहसास हो रहा है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए अब पूरी तरह से अमेरिका पर निर्भर नहीं रह सकते. इसलिए EU अपने अलग सैन्य संगठन का निर्माण करने की योजना बना रहा है, जो NATO के स्थान पर कार्य कर सकता है.
ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ के नेताओं की उच्चस्तरीय बैठक में यह चर्चा की जा रही है कि किस प्रकार यूरोपीय संघ को एक मजबूत सैन्य संगठन में बदला जा सकता है. इस बैठक में 27 देशों के नेता यूरोप को सैन्य दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने के लिए रक्षा खर्च बढ़ाने और सामूहिक सैन्य कमांड बनाने पर विचार कर रहे हैं.
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा ने इसे अब तक की सबसे महत्वपूर्ण बैठक बताया और संकेत दिया कि यह निर्णय यूरोप की सुरक्षा नीति में ऐतिहासिक बदलाव ला सकता है. NATO की भूमिका हाल के वर्षों में कमजोर हुई है, विशेष रूप से डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दौरान, जब अमेरिका ने NATO को लेकर कई नकारात्मक फैसले लिए थे. इसके अलावा यूक्रेन युद्ध के दौरान NATO की धीमी प्रतिक्रिया ने यूरोपीय देशों में असंतोष पैदा किया है.
क्षमताओं को मजबूत
यूरोपीय संघ अपनी सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने के लिए नए नियम बना रहा है, जिसमें रक्षा बजट बढ़ाना और अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों का निर्माण शामिल है. अगर EU अपना नया सैन्य संगठन स्थापित करने में सफल होता है, तो यह NATO के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है. यूरोप के बड़े देशों द्वारा NATO से अलग अपनी सेना बनाने से NATO की ताकत कम हो सकती है.
EU का नया सैन्य संगठन यदि अस्तित्व में आता है, तो यह दुनिया के सबसे शक्तिशाली सैन्य संगठनों में से एक बन सकता है. इसमें फ्रांस, जर्मनी, इटली और अन्य प्रमुख यूरोपीय देश शामिल होंगे, जो अत्याधुनिक सैन्य तकनीक से लैस होंगे.