America Election: राष्ट्रपति जो बाइडेन की पार्टी से इलेक्शन लड़ेंगी ये कश्मीर मूल की महिला, फॉरेन पॉलिसी में हैं महारत हासिल
क्रिस्टल ने चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद कहा कि मेरा सबसे प्रमुख मुद्दा शिक्षा, स्वास्थ्य और जनता की सुरक्षा रहेगा.
Krystle Kaul Election: अमेरिका में भारतीय मूल की महिला क्रिस्टल कौल (Krystle Kaul) ने निम्न सदन का चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. वह अमेरिका के वर्जीनिया से आमेरिकी प्रतिनिधि सभा से चुनाव लड़ सकती हैं.
क्रिस्टल कौल मूल रूप से भारत की रहने वाली हैं
बता दें कि कौल मुख्य रूप भारत के कश्मीर की रहने वाली हैं, उनके पिता कश्मीरी हैं. अमेरिका में अगले साल होने जा रहे इलेक्शन में जो बाइडेन की पार्टी डेमोक्रेटिक की ओर से चुनाव लड़ेंगी. अगर वह इस चुनाव में जीत दर्ज करती हैं तो प्रमिला जयपाल के बाद दूसरी भारतीय मूल की अमेरिकी महिला होंगी जो निम्न सदन में पहुंचेंगी. बताया जा रहा है कि प्रमिला जयपाल की बहन सुशील जयपाल भी चुनाव की दौड़ में शामिल हैं. वह ओरेगन जिले से सांसदी का चुनाव लड़ेंगी.
कौल का चुनावी मुद्दा शिक्षा और स्वास्थ्य रहेगा
क्रिस्टल ने चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद कहा कि मेरा सबसे प्रमुख मुद्दा शिक्षा, स्वास्थ्य और जनता की सुरक्षा रहेगा. उनका चुनावी अभियान इन्हीं मुद्दों के इर्द-गिर्द रहने वाला है. उन्होंने बताया कि वर्जीनिया से चुनाव लड़ने का फैसला डेमोक्रेटिक कांग्रेस सदस्य जेनिफर वेक्सटन के सेलेक्शन के बाद आया है. बता दें कि वर्जनिया में भारतीय मूल और एशिया के लोगों की संख्या सबसे अधिक है. इसलिए कोई भी पार्टी अपने उम्मीदवार ज्यादातर एशिया मूल का ही खड़ा करती है.
कौल ने कई भाषाओं पर बनाई अपनी पकड़
क्रिस्टल कौल और सुशीला जयपाल दोनों डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ेंगी. उन्हें 2024 के आम चुनाव जीतना जरूरी होगा. क्रिस्टल को र अरबी सहिअंग्रेजी के साथ हिंदी, पंजाबी, उर्दू औत कुल आठ भाषाओं का ज्ञान है. उन्हें फॉरेन पॉलिसी और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर महारत हासिल है. बता दें क्रिस्टल कौल का जन्म न्यूयॉर्क में हुआ था. उनके पिता जब 26 वर्ष के थे तो कश्मीर से अमेरिका में जाकर बस गए थे. वहीं, क्रिस्टल की मां दिल्ली की रहने वाली थी जब वह मात्र सात वर्ष की थी तो वह अमेरिका में जाकर बस गई थीं. क्रिस्टल ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से बीए किया है. वहीं, ब्रॉउन और जॉन्स हॉपिकन्स यूनिवर्सिटी से एमए के साथ राजनीति शास्त्र में पीएचडी की उपाधि ली है.