Israel-Hamas War: तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) ने गाजा में इजरायली सेना के हमले से हजारों की मृत्यु हो गई है. इस नरसंहार के लिए एर्दोगन ने पश्चिमी ताकतों को जिम्मेदार ठहराया है. बता दें कि एर्दोगन दो दशक से फिलिस्तीनियों के अधिकारों के जबरदस्त समर्थक रहे हैं. तुर्किय राष्ट्रपति ने आगे कहा कि क्या फिर से इस जगह पर फिर से क्रिसेंट-क्रूसेडर संघर्ष जारी करना चाहते हैं?
मालूम हो कि सात अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजरायल पर एकसाथ कई रॉकेट छोड़े थे. जिसके बाद 1400 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था. पहले तो राष्ट्रपति एर्दोगन ने संतुलित रूप अपनाया. लेकिन इजरायली सेना के लगातार हमले से गाजा में आम लोगों का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया और अस्पताल पर हमले के बाद वहां पर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं समेत 500 लोगों की मौत हो गई थी. इसको लेकर एर्दोगन काफी मुखर हो गए. गाजा में हमास द्वारा नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय इजरायली में अब तक 7703 लोग मारे जा चुके हैं
रेसेप तैयप एर्दोगन की इस्लामी जड़ वाली पार्टी ने शनिवार को इस्तांबुल में फिलिस्तीन के समर्थन में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया. तुर्की के राष्ट्रपति की माने तो उसमें करीब 15 लाख लोग शामिल हुए और उन्होंने इस रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम के रवैये और इजरायल की सैन्य कार्रवाई पर जमकर हमला बोला. एर्दोगन ने फिलिस्तीन झंडा फहरा रही जनता से कहा कि अगर आज हम कुछ ईमानदार आवाज को छोड़ दें तो गाजा में नरसंहार पूरी तरह पश्चिम की ओर से आयोजित है. उन्होंने कहा कि आज इजरायल युद्ध अपराधी की तरह अपना व्यवहार दिखा रहा है. बेशक हर मुल्क को अपनी सीमा की सुरक्षा करने का अधिकार है, लेकिन यह कहां तक उचित है कि आप युद्ध में आम नागरिकों मार दें?
इसी के साथ राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि पश्चिम यूक्रेन में नागरिकों की हत्या पर आंसू बहा रहा है, लेकिन गाजा में मर रहे लोगों पर आंख मूंदकर बैठा है. उन्होंने कहा कि हम इन दोहरे मानदंडों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हैं. एर्दोगन ने इजरायल के सहयोगियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि ईसाईयों को मुस्लमानों के खिलाफ खड़ा करने के लिए धर्म युद्ध का माहौल बनाने का आरोप है. साथ ही उन्होंने कहा कि न्यायसंगत शांति से कोई नहीं हारता है. First Updated : Sunday, 29 October 2023