संकट में बांग्लादेशी हिंदू! जबरन यूनुस सरकार छीन रही नौकरी, 2 शब्द लिखवाकर ले रही इस्तीफा
Bangladesh: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की परेशानी का अंत खत्म होने के बजाए और बढ़ता हुए दिख रहा है. घातक हमले और अत्याचार का सामना करने के बाद अब जबरन उनकी रोजी रोटी भी छीनी जा रही है. युनुस सरकार जबरन उनसे सरकारी नौकरियों से इस्तीफा देने को मजबूर कर रही है. 5 अगस्त से लेकर अब तक 50 हिंदू शिक्षाविदों को इस्तीफा ले लिया गया है.
Bangladesh Government: शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार अपनी हुकूमत चल रही है. जब से बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ है तब से वहां के हिंदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है. अब एक और ताजा मामला ऐसा ही सामने आया है. बांग्लादेश की युनुस सरकार हिंदू शिक्षकों से जबरन उनकी रोजी रोटी छीन रहे हैं. उन्हें अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने पर मजबूर कर रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पड़ोसी देश में अब तक कम से कम 50 हिंदू शिक्षकों से जबरन इस्तीफा ले लिया गया और उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया.
बांग्लादेशी दैनिक प्रथम अलो के रिपोर्ट के अनुसार, बरिशाल के बाकरगंज सरकारी कॉलेज की प्रिंसिपल शुक्ला रानी हलदर को भी अपना इस्तीफा देने पड़ा है. 29 अगस्त को उनके कार्यालय पर छात्रों और बाहरी लोगों की भीड़ ने धावा बोल दिया था और उनसे जबरन इस्तीफा देने की मांग की थी. कई घंटे तक भीड़ ने उन्हें डराया धमकाया उसके बाद उन्होंने एक सादा कागज पर लिखा, 'मैं इस्तीफा देती हूं' लिखकर नौकरी छोड़ दी.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
यूनुस सरकार द्वारा जबरन नौकरी छीनने के मामले का खुलासा बांग्लादेश छात्र एक्य परिषद ने की है. यह बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एक्य परिषद का छात्र संगठन है. शनिवार को इस संगठन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूनुस सरकार द्वारा की जा रही इस कार्रवाई की निंदा की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने हिंदू समुदाय द्वारा सामना की जा रही बढ़ती असहिष्णुता पर भी बात की. लेखिका तस्लीमा नसरीन ने अंतरिम सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, बांग्लादेश में शिक्षकों को इस्तीफा देने पर मजबूर किया जा रहा है. पत्रकार, मंत्री, पूर्व सरकार के अधिकारी मारे जा रहे हैं. परेशान किए जा हे हैं जेल में बंद किए जा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि जनरल जेड ने अहमदिया मुसलमानों के उद्योगों को जला दिया है. सूफी मुसलमानों की मजार और दरगाह इस्लामी आतंकवादियों ने तोड़ दी है लेकिन युनुस इन सब के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं और ना ही कुछ कह रहे हैं.
वादों पर अमल नहीं कर रही युनुस सरकार
नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के वादों के बावजूद बांग्लादेश में हिंदू विरोधी घटनाएं हो रही हैं. इन घटनाओं की वजह से बाग्लादेंश में हिंदू शिक्षकों के बीच डर का माहौल पैदा हो गया है जो उनके जबरन इस्तीफा में साफ झलक रहा है. यहां तक की जिन शिक्षकों ने डर की वजह से कैंपस नहीं जा रहे थे उन्हें उनके घर तक जाकर अपमानित किया जा रहा है. डॉ. चंद्रनाथ पोद्दार, प्रोफेसर, गणित विभाग, ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा जबरन इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया. बांग्लादेशी हिंदुओं के ऊपर जिस तरह से अत्याचार किया जा रहा है वो चिंता की बात है.
युनुस सरकार ने हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर किया था वादा
बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने और पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद मोहम्मद यूनुस को देश के मुख्य सलाहकार के रूप में चुना गया. इसके बाद बांग्लादेशी हिंदुओं पर काफी अत्याचार किया गया. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमलों और मंदिरों की तोड़फोड़ को लेकर यूनुस सरकार ने माफी मांगते हुए पूरी सुरक्षा का भरोसा दिया था. हालांकि, बांग्लादेश में भले ही हिंसा थम गई है, मगर तनाव अभी भी बना हुआ है.