पुतिन की '30 घंटे के युद्ध विराम' की बात जुबानी! जलेंस्की का दावा रूस अब भी कर रहा हमला
Ukraine Russia war: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जलेंस्की ने दावा किया है कि रूस के सीमावर्ती क्षेत्रों कुर्स्क और बेलगोरोद में पुतिन की घोषित 30 घंटे की ईस्टर शांति के बावजूद हमले जारी हैं. उन्होंने कहा कि युद्धविराम सिर्फ बयानबाजी है, जमीनी हालात नहीं बदले.

Ukraine Russia war: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा घोषित 30 घंटे के ईस्टर युद्धविराम के बावजूद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जलेंस्की ने शनिवार को दावा किया कि रूस के सीमावर्ती क्षेत्रों में लड़ाई अभी भी जारी है. उन्होंने कहा कि कुर्स्क और बेलगोरोद क्षेत्रों में रूसी हमले थमने का नाम नहीं ले रहे, जबकि पुतिन ने शनिवार शाम 6 बजे से रविवार आधी रात तक संघर्ष विराम की घोषणा की थी.
जलेंस्की ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "कुर्स्क और बेलगोरोद क्षेत्र पुतिन की ईस्टर संबंधी घोषणाएं इस क्षेत्र तक नहीं पहुंचीं. लड़ाई जारी है, रूसी हमले जारी हैं." उन्होंने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि रूस युद्धविराम के नाम पर केवल दिखावा कर रहा है और वास्तव में जमीनी स्तर पर स्थिति वैसी की वैसी बनी हुई है.
A report by the Commander-in-Chief.
We are documenting the actual situation on all directions. The Kursk and Belgorod regions — Easter statements by Putin did not extend to this territory. Hostilities continue, and Russian strikes persist. Russian artillery can still be heard…— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) April 19, 2025
पुतिन की युद्धविराम घोषणा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को 30 घंटे के ईस्टर युद्धविराम की घोषणा की थी, जिसमें रूसी सेना को यूक्रेन पर हमले रोकने के निर्देश दिए गए थे. यह युद्धविराम शनिवार शाम 6 बजे से शुरू होकर रविवार रात 12 बजे तक प्रभावी रहने वाला था.
जलेंस्की की प्रतिक्रिया
हालांकि, जलेंस्की का कहना है कि युद्धविराम के कुछ ही घंटों बाद कीव और अन्य क्षेत्रों में हवाई हमले की चेतावनी सायरन सुनाई दिए, जो इस बात का संकेत हैं कि रूस ने अपनी सैन्य गतिविधियों को रोकने का कोई वास्तविक प्रयास नहीं किया.
युद्धविराम उल्लंघन के आरोप
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने आरोप लगाया कि रूस अब भी अग्रिम पंक्तियों पर तोपखाने से हमला कर रहा है और ड्रोन का उपयोग कर रहा है, जो स्पष्ट रूप से युद्धविराम का उल्लंघन है. उन्होंने लिखा, "अगर रूस वास्तव में पूर्ण और बिना शर्त शांति के लिए तैयार है, तो यूक्रेन भी उसी रूप में प्रतिक्रिया देगा चुप्पी के बदले चुप्पी, हमले के बदले रक्षात्मक कार्रवाई."
30 घंटे बनाम 30 दिन का संघर्ष विराम
जलेंस्की ने अमेरिका समर्थित 30 दिन के पूर्ण युद्धविराम के प्रस्ताव को दोहराया, जिसे रूस ने पहले ही खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा, "30 घंटे केवल सुर्खियाँ बटोरने के लिए काफी हैं, लेकिन वास्तविक विश्वास निर्माण के लिए नहीं. 30 दिन शांति को एक मौका दे सकते हैं."
यूक्रेन के विदेश मंत्री एंड्री सिबिहा ने भी पुतिन के इस एक दिन के संघर्षविराम को "अपर्याप्त" बताया. उन्होंने कहा, "तीस घंटे की बजाय तीस दिन. दुर्भाग्यवश, उनके बयानों और कार्यों में हमेशा से ही अंतर रहा है."
युद्ध के बीच कैदियों की अदला-बदली
इस तनावपूर्ण माहौल के बीच, शनिवार को रूस और यूक्रेन के बीच एक बड़े कैदी अदला-बदली अभियान को अंजाम दिया गया. दोनों देशों ने 246-246 सैनिकों को रिहा किया, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात की मध्यस्थता रही. यह कदम युद्ध के बीच एक दुर्लभ सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
सीमावर्ती क्षेत्रों में नहीं थमी हिंसा
हालांकि कुछ इलाकों में अस्थायी शांति की खबरें थीं, लेकिन यूक्रेन की सैन्य कमान ने पुष्टि की कि रूसी हमले पूरी तरह से नहीं रुके हैं, खासकर सीमा पार के क्षेत्रों में. कुर्स्क और बेलगोरोद में अब भी गोलाबारी और ड्रोन हमलों की खबरें मिल रही हैं.


