कई नौकर होने के बावजूद पत्नी के हाथ का ही खाना पसंद करते थे झुनझुनवाला, ये थी इनकी मनपसंद डिश
शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने रविवार सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक कुछ हफ्ते पहले ही राकेश झुनझुनवाला अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे। उनकी उम्र 62 साल थी।झुनझुनवाला के परिवार में उनकी पत्नी रेखा, बेटी निश्था और दो बेटे आर्यमन और आर्यवीर हैं।
Rakesh Jhunjhunwala Lifestyle: शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने रविवार सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक कुछ हफ्ते पहले ही राकेश झुनझुनवाला अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे। उनकी उम्र 62 साल थी।झुनझुनवाला के परिवार में उनकी पत्नी रेखा, बेटी निश्था और दो बेटे आर्यमन और आर्यवीर हैं। झुनझुनवाला शेयर बाजार के बिग बुल और भारत के वॉरेन बफे के नाम से मशहूर हैं। उन्हें शेयर बाजार का बेताज बादशाह माना जाता है। कहा जाता है कि जिस शेयर में राकेश झुनझुनवाला हाथ डालते थे, उसकी कीमत बढ़ जाती थी। आज भले ही झुनझुनवाला के टिप्स को लोग फॉलो करते हैं लेकिन एक समय ऐसा था कि उनके कहने पर कोई पैसे नहीं लगाता था।
राकेश झुनझुनवाला ने महज 5000 में अपने करियर की शुरुआत की थी लेकिन आज वह लगभग 40 हजार करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। एक दौर था जब उनके पिता ने भी निवेश के लिए उन्हें पैसा देने से मना कर दिया था। लेकिन अपने दम पर राकेश झुनझुनवाला बहुत लग्जरी लाइफस्टाइल के मालिक बन गए। उनके पास करोड़ों की गाड़ियां, आलीशान बंगला और काफी बड़ी सम्पत्ति है, जो वह अपने पीछे छोड़ गए हैं।
राकेश झुनझुनवाला को एक फूडी भी माना जाता है उन्होंने खुद एक बार कहा था कि उन्हें डोसा बहुत पसंद है, इसके अलावा उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें चायनीज फ़ूड भी काफी पसंद आता है। एक अंग्रेजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें पाव भाजी भी अच्छी लगती है लेकिन बाहर कई जगह खाने पर भी मनमुताबिक टेस्ट नहीं मिला इसलिए वे अक्सर अपनी पत्नी से पाव भाजी घर में ही बनवाते थे।
राकेश झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को मुंबई के एक सामान्य परिवार में हुआ था। राकेश झुनझुनवाला पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट थे। साल 1985 में उन्होंने अपने पिता से प्रेरणा लेकर कारोबार की शुरुआत की। मुंबई के दलाल स्ट्रीट के जरिए झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में पैसे लगाने का मन बनाया था। लेकिन उनके पिता ने उन्हें निवेश के लिए पैसे देने से मना कर दिया। उनके पिता का कहना था कि अगर शेयर बाजार में उतरना है तो निवेश के लिए खुद मेहनत करके पैसे कमाओ। बाद में उन्होंने 5000 रुपये का निवेश कर करियर की शुरुआत की। टाटा ग्रुप के शेयर खरीदे, जब टाटा ग्रुप के शेयर चढ़े तो राकेश झुनझुनवाला को काफी मुनाफा हुआ और इसके बाद उनके जीवन में कामयाबी का सिलसिला शुरू हो गया।