Yoga for Kidney : किडनी की सेहत को हमेशा दुरुस्त रखेंगे ये आसान योगासन और एक्सरसाइज

किडनी हमारे शरीर में रक्त में जमा गंदगी को छान कर बाहर निकालती है और इसका सही से काम करना हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। इसकी सेहत के लिए कुछ योगासन बेस्ट बताए गए हैं।

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स्वस्थ  शरीर के लिए जिस तरह स्वस्थ दिल और स्वस्थ दिमाग की जरूरत है, उसी प्रकार किडनी का भी स्वस्थ रहना काफी जरूरी माना गया है। एक स्वस्थ किडनी शरीर में सही तरह से फिल्टर का काम करती है और अगर किडनी खराब हो जाए तो सारे शरीर पर इसका असर पड़ता है। किडनी हमारे शरीर में उस जरूरी छलनी की तरह काम करती है जिसका मुख्य उद्देश्य खून से टॉक्सिक पदार्थों को फिल्टर करके मूत्र मार्ग के जरिए शरीर से बाहर निकालना है। अगर ये खराब हो जाए तो सारी फिल्टर की व्यवस्था खराब हो जाती है और शरीर में टॉक्सिक एकत्र होने लगता है जिससे किडनी खराब और फेल तक हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि किडनी को स्वस्थ बनाए रखा जाए और इसके लिए व्यायाम यानी योगा बहुत जरूरी और महत्वपूर्ण कहा गया है। 
 
किडनी खराब होने पर क्या होता है - 
अगर किडनी खराब होने लगे, या उसमें स्टोन हो जाएं तो हार्ट को ढकने वाली लेयर पर सूजन आने के चांसेज बढ़ जाते हैं। ऐसे में हमेशा छाती में दर्द की शिकायत होने लगती है। इसके अलावा खराब किडनी के चलते पीठ में भी दर्द होता है। दरअसल जब किडनी शरीर से विषाक्त तत्वों को फिल्टर नहीं कर पाती तो पीठ में दर्द होने लगता है।  जाती है, जिससे सीने में दर्द की शिकायत बन जाती है। किडनी खराब होने पर पीठ में दर्द होने की शिकायत भी हो जाती है। किडनी खराब होने पर पेट के निचले हिस्से और यूरिन ट्यूब में भी दर्द होने लगता है। इसका मतलब है कि किडनी में इन्फेक्शन हो गया है औऱ वो ठीक से काम नहीं कर पा रही है।
 
किडनी को स्वस्थ रखने वाले योगासन - 
आपको बता दें कि विभिन्न योगासनों की मदद से आप किडनी को ना केवल स्वस्थ रख सकते हैं बल्कि उसका फिल्टरेशन भी दुरुस्त कर सकते हैं। इन योगसनों की मदद से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मदद मिलती है और किडनी का स्वास्थ्य सही रहता है। ये सभी  योगासन किडनी की क्षमता को बढ़ाने का काम करते है और साथ ही किडनी के फंक्शन को स्मूद करने में हेल्प करते हैं। 
 
भुजंगासन
इस आसन को कोबरा पोज भी कहते हैं।  ये आसन किडनी के साथ साथ लिवर को उत्तेजित करने में मदद करता है और शरीर को थकान से बचाता है। इसे करने से शरीर में रक्त का संचालन तेज होता है और इसे करने से प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।
 
नौकासन
इसे बोट पोज भी कहते हैं। नौकासन के जरिए किडनी पर पड़ने वाले  दबाव को कम किया जा सकता है। इसे करने से रक्त का संचालन मजबूत होता है और पेट संबंधी बीमारियां भी सही होती हैं। इस आसन की मदद से किडनी का फंक्शन स्मूद होता है। 
 
पश्चिमोत्तानासन
इस आसन को करने से किडनी बेहतर ढंग से फिल्टरेशन का काम करने के लिए उत्तेजित होती है। इसके साथ ही ये पेट संबंधी दिक्कतों पाचन तंत्र की खराबी भी दूर करता है। ये आसन किडनी का फंक्शन सही करने में मदद करता है और इसे करने से मासिक धर्म के दौरान होने वाला  दर्द भी कम होता है।
 
उष्ट्र आसन
इसे कैमल पोज भी कहते हैं, इसकी मदद से किडनी दुरुस्त होती है और किडनी में पथरी के लक्षणों को दूर करने में मदद करता है।  इसकी मदद से किडनी की ताकत में इजाफा होता है और वो फिल्ट्रेशन के लिए उत्तेजित होती है।
 
पवनमुक्तासन
इस आसन को वाइंड रिलीजिंग आसन भी कहते हैं। इस आसन की मदद से किडनी स्टोन, गैस्ट्रिक समस्याओं से निजात मिलने में मदद होती है। इस आसन की मदद से किडनी का कार्य तेज होता है और किडनी आसानी से काम करने में सक्षम होती है।
 
 
किडनी की सेहत सही रखेंगी ये एक्सरसाइज -
इसके अलावा कुछ खास एक्सरसाइज जैसे वॉकिंग, स्विमिंग और साइकिलिंग से भी किडनी को मजबूत रखा जा सकता है। खासकर स्विमिंग करने से किडनी की सूजन को  भी कम किया जा सकता है और ये एक्सरसाइज मेटाबॉलिज्म को तेज करती है। इसके अलावा साइकिलिंग की बात करें तो जो लोग खराब किडनी का डायलिसिस करवा रहे हैं, उन्हें भी डॉक्टर साइकिलिंग की इजाजत दे सकते हैं।
First Updated : Friday, 17 March 2023