क्या आप भी हेयर को स्मूदनिंग करवाना चाहते हैं, हो जाइए सावधान, बाल हो सकते हैं खराब
फैशन के दौर में हर कोई ग्लैमरस और खूबसूरत दिखने के लिए बालो पर तरह- तरह के ट्रिटमेंट करवा रहें लेकिन क्या आपको पता हैं इससे आपके बालों पर क्या असर होता हैं, तो आईए जानते हैं विस्तार से हेयर स्मूदनिंग बालों पर क्यों नहीं करवानी चाहिए।
फैशन के दौर में हर कोई ग्लैमरस और खूबसूरत दिखने के लिए बालों पर तरह- तरह के ट्रिटमेंट करवा रहें लेकिन क्या आपको पता हैं इससे आपके बालों पर क्या असर होता हैं। तो आईए जानते हैं विस्तार से हेयर स्मूदनिंग बालों पर क्यों नहीं करवानी चाहिए।
आजकल के फैशन के दौर में लड़किया सूंदर दिखने के लिए तरह तरह के कैमिकल प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रही हैं। हर कोई चाहता हैं कि वो सूंदर दिखे, उनके बाल खूबसूरत, मुलायम और चमकदार हो ऐसे में बालों को सूंदर बनाने के लिए लोग मंहगे- मंहगे कैमिकल यूक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल अपने बालों पर कर रहें हैं। बालो को सूंदर बनाने के लिए आजकल लड़के एंव खास तौर पर लड़किया हेयर ट्रीटमेंट्स के जरीए बालों को स्ट्रेट और सिल्की करवा रही हैं।
हेयर स्मूदनिंग क्या हैं?
हेयर स्मूदनिंग के दौरान फॉर्मेल्डिहाइड जैसे केमिकल्स का इस्तेमाल बालों पर किया जाता है और बालों को अमीनो एसिड की परत से कवर किया जाता है। उसके बाद हाई हीट पर बालों को स्ट्रेट यानी सीधा किया जाता है।
हेयर स्मूदनिंग क्यों करवाते हैं?
हेयर स्मूदनिंग एक प्रकार का केमिकल ट्रीटमेंट हैं जो आजकल खूब ट्रेंड कर रहा हैं लड़किया यह ट्रीटमेंट अपने बालो को सिल्की और सीधा करवाने के लिए करवाती हैं। स्मूदनिंग करवाने से फ्रिजी और डैमेज बालों को सीधा और मुलायम किया जाता है। इस ट्रीटमेंट को करवाने से बाल एक-डेढ साल तक बाल सिधा और सिल्की रहता हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं इस ट्रीटमेंट से बालो को नुक्सान भी होता हैं। आइए जानते है इससे बालो पर क्या प्रभाव पड़ता हैं।
हेयर स्मूदनिंग से बालो पर क्या प्रभाव पड़ता हैं
हेयर स्मूदनिंग ट्रीटमेंट करते समय तरह-तरह के कैमिकल युक्त प्रोडक्ट का लोग इस्तेमाल करते हैं जिससे बालो के जड़ो में प्रभाव पड़ता हैं। और बाल डैमज होने की संभावना बन जाती हैं
बाल कमजोर होना
हेयर स्मूदनिंग के दौरान बालों पर कई कैमिकल प्रोडक्ट जैसे फॉर्मेल्डिहाइड का उपयोग किया जाता हैं जिससे बाहर से तो बाल सूंदर दिखते हैं लेकिन जड़ से बेहद कमजोर हो जाते हैं जिससे बाल झड़ने लगते है जिसके फलस्वरुप बाल पतले हो जाते हैं।
डल और रफ हेयर
स्मूदनिंग के दौरान बालों पर बार- बार केमिकल ट्रीटमेंट का उपयोग किया जाता है जिससे बाल डल और रफ हो जाते हैं। स्मूदनिंग से बालों का ओरिजनल चमक भी खो जाती हैहेयर स्मूदनिंग करवाने से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं जिससे बालों का झड़ना, दोमुंहे बाल और डैंड्रफ की भी समस्या उत्पन हो जाती हैं इतने ही नहीं इस ट्रीटमेंट से त्वचा और आंखों को भी नुकसान पहुंचता हैं।