एक अच्छे और स्वस्थ शरीर के लिए खान पान के साथ साथ एक अच्छी और गहरी नींद भी जरूरी है। लेकिन कई तरह की परेशानियां के बीच आजकल लोग नींद आने आने की शिकायत करते हैं। रात को प्रयास करने के बावजूद नींद नहीं आती है तो ये अनिद्रा यानी इनसोमिनया की बीमारी हो सकती है। नेशनल स्लीप फाउंडेशन कहता है कि कभी कभी नींद ना आना सामान्य बात है लेकिन हर बार नींद ना आना अनिद्रा हो सकता है, जिसके लिए इलाज की जरूरत होती है। देखा जाए तो अनिद्रा की कई वजहें हो सकती हैं। मानसिक तनाव, डिप्रेशन, स्ट्रेस, ज्यादा कैफीन के सेवन और एंग्जाइटी के चलते अनिद्रा की समस्या होना आम बात है। कई बार किसी हादसे या नजदीकी की मौत के चलते भी अनिद्रा की बीमारी हो जाती है। प्रेगनेंसी में भी नींद ना आने की परेशानी होती है। कई बार शरीर में दर्द होना, मौसम में बदलाव या फिर किसी बीमारी की वजह से भी नींद नहीं आती और व्यक्ति इनसोमिनया का शिकार हो जाता है। कमजोर पाचन तंत्र और खान पान की गलत आदतों और अनियमित लाइफस्टाइल के चलते भी कई लोग इस बीमारी का शिकार बन जाते हैं।
क्या है अनिद्रा, इसका प्रभाव क्या होता है
अनिद्रा को बीमारी कहने की बजाय स्लीपिंग डिसऑर्डर कहना चाहिए। इस स्थिति में व्यक्ति हर तरह की कोशिश करने के बावजूद सोने में नाकामयाब होता है। उसकी नींद बार बार टूटती है और एक बार नींद टूटने पर घंटों तक नींद नहीं आती। इस नींद ना आने की स्थिति का शरीर और दिमाग पर काफी असर पड़ता है। शरीर नींद की कमी के चलते कमजोर और थकावट महसूस करता है। दिमाग में थकान हावी होती है और एनर्जी का स्तर कम हो जाता है। किसी कामकाज में मन नहीं लगता, मूड में बदलाव आते रहते हैं, एकाग्रता में कमी आने लगती है। दफ्तर में काम नहीं हो पाता औऱ स्वास्थ्य गिरने लगता है। ऐसे में व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार जल्दी हो जाता है। अनिद्रा कई तरह की हो सकती है। जैसे एक्यूट, क्रोनिक, ऑनसेट।
अनिद्रा को दूर भगाने के घरेलू उपचार -
यूं तो अनिद्रा के लिए उपचार मौजूद है। कई राज्यों में स्लीप सैंटर भी हैं जहां अनिद्रा के शिकार लोगों का बाकायदा इलाज होता है और कुछ हफ्तों या कुछ माह में ये समस्या ठीक हो सकती है। लेकिन आप घर पर भी कुछ नियम और उपाय अपनाकर इस समस्या को दूर कर सकते हैं। जैसे रात में बिस्तर पर जाने मोबाइल आदि का इस्तेमाल ना करें, अपने नींद के पैटर्न को सही रखें, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, धूम्रपान ना करें, रात को भारी भोजन करने से बचें, तनाव कम करने की कोशिश करें।
इसके अलावा आप डाइट में कुछ चीजों को शामिल कर सकते हैं जिसका फायदा इस समस्या को कम करने में मददगार साबित होगा।
रात को सोने से पहले एक कीवी फल खाने से भी नींद अच्छी आती है। कीवी में पाया जाने वाला सेरोटोनिन एंजाइम अच्छी नींद में मददगार साबित होता है।
रात में सोने से पहले कैमोमाइल की चाय पीने से भी नींद अच्छी आती है। ये एक हर्बल चाय है जो दिमाग को रिलेक्स करती है और नींद लाने वाले हार्नोन्स को ट्रिगर करती है। इससे रात में चिंता नहीं सताती और भरपूर नींद आती है।
पुदीने की चाय पीने से अनिद्रा की समस्या में आराम मिलता है। इससे तनाव घटता है और नींद को प्रोत्साहन मिलता है। आप चाहें तो रात को सिर में पुदीने का तेल भी लगाकर सो सकते हैं जिससे अरोमाथैरपी की मदद से नींद जल्दी आएगी।
लैवेंडर के तेल की सिर में हल्के हाथ से मालिश करने पर भी अनिद्रा में आराम मिलता है। दरअसल ये भी अरोमाथैरेपी का अंग है, जिससे तनाव घटता है दिमाग को आराम मिलता है। इस तेल की मदद से नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है।
रात को सोने से पहले केला खाने से भी नींद की परेशानी दूर हो सकती है। दरअसल केले में पाया जाने वाला मेलाटोनिन हार्मोन नींद की प्रणाली में सुधार करता है और दिमाग को राहत देता है। इससे रात को नींद का पैटर्न ठीक होता है और अनिद्रा की समस्या जल्दी ठीक होती है।
रात को सोने से पहले एक गिलास ठंडे दूध में शहद मिलाकर पीने से भी अनिद्रा की समस्या खत्म हो जाती है।
रात को एक गिलास गर्म दूध में जरा सा जायफल का पाउडर मिलाकर पीने से अच्छी नींद आती है।