अपने ही घर में इनसिक्योर फील करने लगते हैं बच्चे, पेरेंट्स भूलकर भी ना करें ये गलती
बच्चों को लाड-प्यार तो सभी पेरेंट्स करते हैं लेकिन कभी-कभी डांटना भी जरूरी होता है। लेकिन डांटने का मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि आप बच्चों को हमेशा डांटते रहेंक्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं तो बच्चे इन सिक्योर फील करने लग जाते हैं।
बच्चों को लाड-प्यार तो सभी पेरेंट्स करते हैं लेकिन कभी-कभी डांटना भी जरूरी होता है। लेकिन डांटने का मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि आप बच्चों को हमेशा डांटते रहेंक्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं तो बच्चे इन सिक्योर फील करने लग जाते हैं। ये चीजें बच्चों को अंदर से कमजोर बना देती है। इसलिए हर पेरेंट्स को कुछ चीजों से बचना चाहिए। जैसे-
बच्चों को दूसरों के सामने न डांटे- याद रखें कि बच्चों को किसी और के सामने बिल्कुल भी न डांटे। आपकी ये गलती बच्चे को घर में ही इनसिक्योर फील कराने लगती है। और फिर धीरे-धीरे उसका आत्मविश्वास कम ने लगता है।
न उड़ाएं बच्चों का मजाक
किसी भी बच्चे की हर बात को समझने की एक उम्र होती है इसलिए बच्चा अगर आपकी बात नहीं समझ पाता है तो उसका मजाक ना उड़ाएं। क्योंकि अगर आप बच्चे का मजाक उड़ाते हैं तो उसका कॉन्फिडेंस कम होता है।
बच्चों में कमियां न निकालें
जिंदगी में कोई भी परफेक्ट नहीं होता है लेकिन बच्चों की तो उम्र ही सीखने की होती है। ऐसे में अगर कोई दूसरा बच्चा किसी काम में बहुत अच्छा है लेकिन आपके बच्चे नहींतो बच्चों को नालायक न मानें। बल्कि उन्हे सपोर्ट करें।