Parenting Tips: बच्चों से भूलकर भी नही कहनी चाहिए ये बातें,दिमाग पर पड़ता हैं बुरा प्रभाव
बच्चों की परवरिश करना बिल्कुल भी आसान नहीं हैं।खासतौर पर अगर पेरेंट्स वर्किंग हो तो, ये चुनौती और भी बढ़ जाती हैं।बच्चों को अनुशासित रखने के लिए या उन्हें सुधारने के लिए माता-पिता कई बार ऐसी बातें बोल देते हैं जिससे बच्चों के कोमल मन पर बुरा असर पड़ता हैं।उनके दिमाग में वो बातें बैठ जाती हैं और वह सुधरने के बजाय डरना शुरू कर देते हैं।
बच्चों की परवरिश करना बिल्कुल भी आसान नहीं हैं।खासतौर पर अगर पेरेंट्स वर्किंग हो तो, ये चुनौती और भी बढ़ जाती हैं।बच्चों को अनुशासित रखने के लिए या उन्हें सुधारने के लिए माता-पिता कई बार ऐसी बातें बोल देते हैं जिससे बच्चों के कोमल मन पर बुरा असर पड़ता हैं।उनके दिमाग में वो बातें बैठ जाती हैं और वह सुधरने के बजाय डरना शुरू कर देते हैं।
अगर आपके बच्चे के दिमाग में भी कोई बात बैठ गई तो इससे उनके पर्सनैलिटी डेवेलपमेंट में भी इशू आ जाते हैं । साथ ही ये बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता हैं। इसलिए माता-पिता के लिए जरूरी ये हैं कि वह भूलकर भी बच्चों से ऐसा कुछ न कहे जिसका नकरात्मक असर उनके दिमाग पर पड़े।
आइए जानते हैं कि बच्चों से कौन सी बाते नही कहनी चाहिए।
1.तुम्हारी बस की नही हैं ये काम- बच्चे बहुत एनर्जेटिक होते हैं।ऐसे में काफी बार वह अपनी उम्र से बढ़कर कामों को करने लगते हैं। जैसे,भारी समान उठाना । अगर आप उनसे मजाक में भी कहेंगे कि रहने दो तुम्हारी बस की नहीं हैं ये काम । तो आपका बच्चा खुद को कमजोर समझने लगेगा और अपने आप को साबित करने के लिए वह जबरदस्ती उस काम को करेगा। इसलिए बेहतर ये हैं कि आप उसे प्यार से समझाएं।
2. तुलना न करें- बच्चों की तुलना करने से बच्चों में हीन भावना आ जाती है और फिर वे उस बच्चे से भी चिढ़ने लग जाते हैं, जिससे आप उनकी तुलना कर रहे हैं। ऐसे में आपको कभी भी अपने बच्चे की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए।
3.तुम मर क्यों नही जाते-बच्चों पर गुस्सा उतारते वक्त कई बार पेरेट्स ये बोल देते हैं कि तुम मर क्यों नही जाते ।लेकिन बच्चों से यह बात कभी नही कहनी चाहिए । ऐसा कहने से उन्हें लगता है कि उनके माता-पिता उनसे प्यार नहीं करते और ये बात बच्चों के मन पर बहुत गलत असर डालती हैं।
4.एक दिन तुम्हें छोड़कर चली जाऊंगी -आप बच्चों को डराने के लिए ऐसी बातें कह देते हैं लेकिन बच्चे इस बात को बहुत गंभीरता से लेते हैं और फिर उन्हें डर सताने लगता है कि उनके पेरेंट उन्हें छोड़कर चले जाएंगे। साथ ही वह इस बात को बार बार सोचते हैं जिससे उनके दिमाग पर भी गलत असर पड़ता हैं।
5. पढ़ाई को न करें नजरअंदाज- बच्चे अगर पढ़ाई में लापरवाही दिखाते हैं तो उन पर ध्यान देने की आवश्यकता हैं।कभी भी उनसे भूलकर भी ये न कहें कि मैं भी तेरी तरह पढ़ाई में कमजोर थी क्योंकि ऐसा कहने से उन्हें और ज्यादा छूट मिल जाएगी।
हालांकि माता-पिता होने के साथ साथ आपके पास और भी कई जिम्मेदारियां हैं,जिनके चलते आप अकेला रहना चाहते होंगे । लेकिन आपको ये भी पता होना चाहिए कि आपका बच्चा आपकी सभी परेशानियों से अंजान हैं। तो ऐसे में उनसे ये सब बाते न कहें क्योंकि इससे उनके मन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता हैं।