वैसे तो हिंदू त्योहारों की शुरुआत नवरात्री से ही हो चुकी है। दशहरा के बाद अब करवाचौथ का त्योहार आने वाला है और हर सुहागिन महिला के लिए करवाचौथ का व्रत बेहद खास होता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस साल करवाचौथ का व्रत 13 अक्टूबर को रखा जाएगा। हिन्दू धर्म में मान्यता है कि करवा चौथ का व्रत एक बार शुरू करने के बाद बीच में छोड़ना नहीं चाहिए। यही कारण है कि प्रेगनेंट या ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाएं भी इस व्रत को जरूर रखती हैं। लेकिन अगर आप भी इनमें से एक हैं तो आपको किछ विशेष सावधानियां बरतने की जरूरत होती है।
1. प्रेगनेंसी या ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाएं करवाचौथ व्रत के दौरान अपनी और बच्चे दोनों की सेहत को ध्यान में रखते हुए निर्जला व्रत नहीं बल्कि फलाहारी व्रत रखें।
2. पूरा दिन पानी न पीने की वजह से डिहाइड्रेशन हो सकता है। जिसकी वजह से गर्भ में पल रहे बच्चे को भी पानी की कमी से समस्या हो सकती है । इसलिए पहले ही अपने डॉक्टर से सलाह ले लेना बेहतर होगा ।
3. लंबे समय तक व्रत रखने से आपको सिरदर्द, थकान, चक्कर आना और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इसलिए अगर आप प्रेग्नेंट हैं और इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है तो तुरंत अपनी डॉक्टर से बात करें।
4. प्रेग्नेंटस महिलाएं करवाचौथ व्रत के दौरान पूरा दिन बैठी ना रहें। क्योंकि ऐसा करने से आपको थकान कम नहीं होगी बल्कि बोर हो जाएंगी। इसलिए कुछ घंटे सो लें, चाहें तो किताबें पढ़ लें। ऐसा करने से आपका दिमाग डिस्ट्रैक्ट रहेगा। First Updated : Wednesday, 05 October 2022