Led Light Therepy: दाग धब्बे और मुंहासे गायब करके चेहरा चमका देगी ये स्किन थैरेपी, जानिए इसके फायदे और पूरा प्रोसेस

एलईडी लाइट थैरेपी का चलन पहले हॉलीवुड भारत आया और फिर यहां सबको भा गया. ये थैरेपी स्किन की कई तरह की दिक्कतों को दूर करके चेहरे को चांद की तरह चमका देती है।

Vineeta Vashisth
Vineeta Vashisth
चांद का चमकता चेहरा किसे अच्छा नहीं लगता। हर इंसान बस चेहरे को सुंदर बनाने की कोशिश में लगा है और इसी कोशिश में बाजार में कई तरह के स्किन ट्रीटमेंट आते रहते हैं। कई लोग फेशियल की मदद से चेहरे की झुर्रियों को हटाते हैं औऱ दाग धब्बे साफ करवाते हैं तो कुछ लोग तरह तरह के उबटन करते हैं। एलईडी लाइट थैरेपी का चलन नया नहीं है, इससे एंटी एजिंग के निशान गायब हो जाते हैं औऱ ये स्किन को चांद सा चमकाने के लिए बहुत ही कारगर मानी जाती है।   खासकर गर्मियों के मौसम में जब पसीने और धूप के प्रकोप के चलते  चेहरा कई तरह की दिक्कतों का शिकार होकर बेजान और रूखा हो जाता है, ऐसे में ये थैरेपी गजब का काम करती है। चलिए जानते हैं कि एलईडी लाइट थैरेपी क्या है, इसे कैसे करते हैं औऱ इसके त्वचा को लेकर क्या फायदे हैं। 
 
क्या है एलईडी लाइट थैरेपी
 
दरअसल इस थैरेपी में डिफ्रेंट वेवलेंथ की एलईडी लाइट्स द्वारा स्किन पर उपयोग होता है और सभी तरह की लाइट्स स्किन को कई तरह के फायदे पहुंचाती हैं। पहले यह थैरेपी विदेशों में काफी पॉपुलर थी और फिर धीरे धीरे इसे यहां काफी पॉपुलेरिटी मिली और लोग इसे कराकर अपनी स्किन को जवां और खूबसूरत बना रहे हैं। हालांकि मूल रूप से एलईडी लाइट थैरेपी को सर्जरी के बाद  सर्जरी के निशान मिटाने के लिए ईजाद किया गया था लेकिन इसके हुआ था स्‍कार्स मिटाने के लिए हुआ था, मगर धीरे धीरे ये स्किन के दाग धब्बे और एजिंग के निशान मिटाने के लिए प्रयोग में आने लगी है।इसकी खास बात ये है कि ये हर तरह की त्वचा के लिए सुरक्षित मानी जाती है। 
 
किस लाइट का है क्या काम -
 
इस थैरेपी में कई तरह का लाइट्स का प्रयोग होता है, इनफ्रारेड, रेड लाइट, यलो लाइट, ग्रीन लाइट और ब्‍लू लाइट। इस थैरेपी के लिए स्पेशलिस्ट काम करते हैं। एलईडी लाइट थैरेपी में हर लाइट अलग अलग काम करती है। रेड लाइट जहां त्वचा की सूजन कम करने का काम करती है वहीं ग्रीन लाइट से डार्क सर्कल, एक्ने  पिंपल और पिग्मेंटेशन की समस्या दूर होती है।  ब्लू लाइट थेरेपी से एक्ने का ट्रीटमेंट होता है और यलो लाइट की मदद से झुर्रियां, रिंकल्स और फाइन लाइन्स को दूर किया जाता है। आपको बता दें कि येलो लाइट की मदद से  स्किन पर जरूरी कोलेजन का उत्पादन तेज होता है औऱ इससे त्वचा में कसावट आती है। 
 
एलईडी लाइट थैरेपी कितने सैशन है जरूरी
 
इस थैरेपी की खास बात ये है कि एक ही सैशन यानी सिंगल सैशन में इस थैरेपी को कंपलीट नहीं किया जा सकता।  इसके लिए कम से कम चार से पांच सौशन होते हैं और हर सौशन में दस से पंद्रह दिन का गैप होना जरूरी होता है।  एक सैशन की कीमत 2000 से लेकर 4000 तक होती है।
 
एलईडी लाइट थैरेपी के फायदे - 
 
इस थैरेपी की मदद से  स्किन पर किसी भी तरह के जख्म को भरने और ह्यूमन टिशू की ग्रोथ बढ़ाने में मदद मिलती है। 
ये चेहरे पर एजिंग के निशान, जैसे झुर्रियां, रिंकल्स पिगमेंटेशन आदि को दूर करती है। 
इसकी मदद से चेहरे पर कील मुंहासों और दाग धब्बों और एक्ने को हटाया जा सकता है।
बेजान चेहरे को सुंदर और चमकदार बनाने में इसका योगदान है
चेहरे पर सोरायसिस, एक्जिमा और दूसरी स्किन कंडीशन में ये थैरेपी कारगर काम करती है। 
त्वचा पर आए रैशेज को हटाने में ये सर्जरी काफी मददगार साबित होती है।
चेहरे पर आई किसी भी तरह की सूजन को कम करने में ये थैरेपी मदद करती है।
इसके अलावा चेहरे के ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में इसकी मदद मिलती है। 
ये थैरेपी त्वचा में डीप तक जाकर स्किन को हील करती है जिससे स्किन तरो ताजा होती है।
आंखों के नीचे डार्क सर्किल को दूर करने में इसकी मदद मिलती है।
 
किसे नहीं करवानी चाहिए एलईडी लाइट थैरेपी - 
 
जो महिलाएं प्रेग्नेंट हैं और या फिर ब्रेस्टफीड करवाने वाली महिलाओं को ये थैरेपी ना करवाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा इसे करवाने के बाद कभी कभी माइग्रेन, सिर में दर्द, उलटी, चेहरे पर झन्नाहट आदि की परेशानी सामने आती है। ऐसे लोग जो किसी तरह की सर्जरी से गुजरे हैं औऱ दवा खा रहे हैं, उन्हें भी ये सर्जरी ना करवाने  की सलाह दी जाती है।
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03 March 2023, 12:36 PM IST

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