आखिर क्या है स्लीप डिवोर्स, पति-पत्नी के संबंधों पर कैसे डालता है प्रभाव?
Sleep Divorce: अपने जीवन में आपको क्या करना है क्या बाती है, एकांत में आप सही तरह से इसके ऊपर विचार कर पाते हैं. जिससे अपनी पर्सनल लाइफ को सही तरह से चलाने के लिए आप परिपक्व होते हैं.
Sleep Divorce: आज कल के रिलेशनशिप में एक से बढ़कर एक ट्रेंड आते रहते हैं. जिसमें एक है स्लीप डिवोर्स, जिसे सुनने के बाद आप भी सोच रहे होंगे आखिर ये क्या है. क्योंकि डिवोर्स का मतलब तो तलाक होता है, दरअसल इस तरह के डिवोर्स पति-पत्नी के अलावा प्रेम संबंधों में भी देखा जाता है. आप ये सोच रहे होंगे कि इससे तो रिलेशन खराब ही होता होगा, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है.
स्लीप डिवोर्स का क्या है सही मतलब?
स्लीप डिवोर्स का मतलब होता है कि बिना झगड़ा किए पार्टनर अपनी मर्जी से कुछ समय के लिए अलग सोने लगते हैं. ये तब होता है जब पार्टनर के साथ सोना बहुत मुश्किल होता है. आप उनकी हरकतों से परेशान होने लगते हैं. पार्टनर के सोने का तरीका सही न होना या फिर खर्राटे आदि लेने की वजह से नींद पूरी न हो पाना जैसे कई कारण सामने आते हैं. इस तरह की समस्याओं से दूर रहने के लिए पार्टनर अलग-अलग सोते हैं. जिससे उनके रिश्तों में थोड़ा स्पेस मिलता है.
स्वास्थ्य पर डालता है असर
रिलेशनशिप को बेहतर करने के लिए पार्टनर का इमोशनल और फिजिकल दोनों तरह खुश होना बहुत जरुरी होता है. मगर एक बात जो बिल्कुल सही है कि रिलेशनशिप को हेल्दी रखना है तो एक- दूसरे को स्पेस देना बहुत जरूरी है. स्लीप डिवोर्स के मुताबिक पार्टनर अगर अलग सोना चाहे तो इससे बहुत फायदा हो सकता है. इसका एक और फायदा है झगड़ा होने की संभावना कम होती है. अगर आप अकेले नींद लेते हैं तो आपको खुद के साथ कुछ समय बिताने का मौका मिलता है. इतना ही नहीं आपकी पर्सनालिटी पर भी बहुत असर पड़ता है आप दिन पर दिन निखरने लगते हैं.