शरीर के वजन को लेकर अलग-अलग लोगों की भांति-भांति की समस्याएं हैं। कुछ लोग बढ़े हुए या बढ़ते वजन को लेकर परेशान हैं और वजन घटाना चाहते हैं। वहीं कुछ दुबले-पतले लोग वजन बढ़ाने के काफी प्रयास कर चुके हैं, लेकिन उनका वजन नहीं बढ़ता। अक्सर लोग दो कारणों से वजन बढ़ाते हैं, पहला शारीरिक स्वास्थ्य के लिए तो दूसरा अच्छा दिखने के लिए। चिकित्सक भी इस बात को मानते हैं कि शरीर का वजन लंबाई के अनुरूप होना चाहिए यानी आपकी सेहत बॉडी मास इंडेक्स (BMI) को मेंटेन करने में ही है।
वेट गेन (weight gain) की चाह रखने वाले अधिकांश व्यक्ति कई-कई बार भोजन करने को वजन बढ़ाने का तरीका मानते हैं, लेकिन गलत तरीके से ऐसा करके वे ओवर ईटिंग (over eating) का शिकार हो सकते हैं। वजन बढ़ाने के लिए भोजन के अलावा नींद, शारीरिक व्यायाम (phsical exercise) आदि कई फैक्टर भी उत्तरदायी होते हैं। यहां हम आपसे वजन बढ़ाने के कुछ उपयोगी टिप्स साझा कर रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप हेल्दी तरीके से अपनी बीएमआई मेंटेन कर सकते हैं।
वजन बढ़ाने के लिए दिन में सुबह-शाम के नाश्ते, लंच और डिनर सहित 5 से 6 बार खाना एक विकल्प माना जाता है, लेकिन यह भोजन पोषक तत्वों से युक्त होना चाहिए। आप जो खाद्य पदार्थ ग्रहण करें वे विटामिन, प्रोटीन, हेल्दी फैट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर मिनरल्स से युक्त होने चाहिए। रोजाना बैलेंस डाइट लेने से आपका वजन धीरे-धीरे बढ़ने लगता है। एक बार में अधिक खाने की बजाए थोड़ा-थोड़ा खाने से ओवरइटिंग के कई नुकसान से बचेंगे। मसलन, डाइजेशन ठीक रहेगा, उल्टी या एसीडिटी जैसी शिकायत नहीं होगी।
विभिन्न रिसर्च में नींद और वजन के बीच सह-संबंध पाया गया है। गहरी और अच्छी नींद न लेने से कुछ लोगों को वजन बढ़ने की समस्या होती है तो कुछ लोगों का वजन कम होता है। इसलिए जरूरी है कि एक वयस्क व्यक्ति 7 से 8 घंटे की गहरी नींद ले। पर्याप्त नींद से मांसपेशियां रिलेक्स होती हैं और उनका विकास भी होता है।
अक्सर खुशमिजाज लोग थोड़े हेल्दी नजर आते हैं। दरअसल तनाव के कारण सही शारीरिक-मानसिक विकास नहीं होता, वहीं व्यक्ति कई बीमारियों का घर बन जाता है। अपने पसंदीदा कार्यों और खेल इत्यादि में समय बिताएं। दोस्तों और परिजनों के साथ रहें। मोटिवेट करने वाला साहित्य पढ़ें।
शरीर की मांसपेशियों के विकास के लिए योग या नियमित एक्सरसाइज बेहद जरूरी है। जब व्यायाम के दौरान शरीर का खिंचाव और संकुचन होता है तो मांसपेशियों में ग्रोथ होती है, मसल्स मास डवलप होता है, जिससे वजन बढ़ता है। इसके अलावा योग और एक्सरसाइज से शरीर की कैलोरी का तेजी से क्षय होता है, जिसके परिणामस्वरूप भूख अधिक लगती है और आपको वजन बढ़ाने में काफी मदद मिलती है।
सही बीएमआई न होना यानी मोटापा या अंडरवेट (underweight) होना, दोनों ही सेहत के लिए नुकसानदेय हैं। अंडरवेट या कम वजन होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कुपोषण, खराब डाइट, विटामिन या प्रोटीन की कमी, हार्मोनों की गड़बड़ी, आनुवांशिक कारण शामिल होते हैं। कई लोग तो इतने अंडरवेट होते हैं कि हडि्डयों का ढांचा नजर आते हैं।
कुपोषण के कारण आपका वजन कम होने का मतलब शरीर में जिस पोषक तत्व की कमी है, उससे संबंधित रोग आपको हो सकता है। जैसे कि कैल्शियम की कमी से हड्डी संबंधी रोग, विटामिन आदि की कमी से इम्यूनिटी (immunity) कम होने का खतरा बना रहता है। कम वजन के कारण बांझपन की समस्या, शारीरिक-मानसिक विकास का अवरूद्ध होना, ऑस्टियोपोरोसिस, जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
वे खाद्य पदार्थ जिनमें वसा, कार्बोहाइड्रेड, कैलोरी, प्रोटीन, मिनरल्स की प्रचुरता हो उन्हें आहार में शामिल किया जा सकता है। आप डेयरी प्रोडक्ट जैसे फुल फैट दूध, मक्खन, पनीर, दही, घी को आहार में शामिल करें। इसके अलावा केला, गुड़, पीनट बटर, ड्राईफ्रूट्स, शेक्स, ब्राउन राइस, ब्राउन ब्रेड, बींस, एवोकाडो, अंडा, ओट्स भी वेट गेन करने में मददगार हैं। वजन घटाने के इन प्रयासों के बाद भी यदि आपको सफलता नहीं मिलती है तो आपको चिकित्सक से जरूर संपर्क करना चाहिए, ताकि वे मेडिकेशन, थैरेपी या अन्य किसी उपचार से आपकी मदद कर सके। First Updated : Sunday, 30 April 2023