Cold water bath risks: प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन गंगा स्नान कर रहे हैं. नॉर्थ इंडिया में कड़ाके की सर्दी के बीच, इस पवित्र अवसर पर स्नान के लिए भारी संख्या में लोग एकत्र हो रहे हैं. हालांकि, ठंड और शीतलहर के कारण लोगों की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहे हैं. विशेषज्ञों ने सर्दियों में ठंडे पानी से नहाने के कारण हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि होने की आशंका जताई है.
डॉक्टर्स के अनुसार, सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है. खासतौर पर वे लोग, जो पहले से ही हृदय रोगों से पीड़ित हैं, उनके लिए ठंडा पानी खतरनाक साबित हो सकता है. ठंडे पानी से नहाने के दौरान हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.
ठंड के मौसम में हार्ट से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं. शरीर को गर्म रखने के लिए दिल को अधिक काम करना पड़ता है. पब्लिक लाइब्रेरी ऑफ साइंस जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा 31% तक बढ़ सकता है.
ठंडे पानी से नहाने पर ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ सकता है. इससे रक्त प्रवाह कम हो जाता है और धमनियां सिकुड़ने लगती हैं. अगर किसी व्यक्ति की धमनियां पहले से ही चर्बी के कारण संकरी हैं, तो ठंडा पानी इस स्थिति को और खराब कर सकता है.
जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या पहले हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक हुआ है, उनके लिए ठंडे पानी से नहाना घातक हो सकता है. ठंडे पानी का सीधा असर दिल और मस्तिष्क पर पड़ सकता है, जिससे गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ठंडा पानी न केवल ब्लड प्रेशर बढ़ाता है, बल्कि यह दिल के दौरे या ब्रेन स्ट्रोक का कारण भी बन सकता है. सर्दियों में गर्म पानी से नहाना स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है.
सर्दियों में ठंडे पानी से बचें और हमेशा गुनगुने पानी से नहाएं.
अगर आप पहले से ही हृदय रोगों से ग्रसित हैं, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
ठंड के मौसम में अपने शरीर को गर्म रखें और अत्यधिक ठंड से बचें.
Disclaimer: ये आर्टिकल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, JBT इसकी पुष्टि नहीं करता. First Updated : Wednesday, 15 January 2025