Health Tips: तकिए के नीचे मोबाइल रखकर सोते हैं तो हो जाएं सावधान, शरीर को होंगे कई नुकसान
Health Tips: आज के समय में लोग सबसे अधिक अहमियत देते हैं तो वो है फोन हमेशा लोग फोन पर ही लगे रहते हैं चाहें खाते समय या फिर काम करते हैं. एक मिनट के लिए भी लोग अपना फोन नहीं छोड़ते हैं.
हाइलाइट
- आज के समय में लोग फोन को सबसे अधिक अहमियत देते हैं.
Health Tips: जब रात में लोग फोन चलाते हैं तो फोन को अपने पास यानी अपने ही तकिए के नीचे रख लेते हैं जिससे उनका उनके ही पास रहें. सोते समय भूलकर भी फोन अपने पास नहीं रखना चाहिए लेकिन आज के समय में अधिकतर लोग इस आदत को अपनाते हैं और रोजाना ऐसा ही करते हैं साथ ही कुछ लोग फोन चार्ज करते समय भी फोन से अलग नहीं रहते हैं तो वहीं कुछ लोग एयरफोन का अधिक इस्तेमाल करते हैं. इस तरह की लगातार आदतें आपके शरीर को प्रभावित कर सकती हैं.
मोबाइल फोन में हानिकारक रेडिएशन होते हैं जो लगातार निकलने ही रहते हैं. जिसके बाद इसका असर लोगों के दिमाग पर अधिक पड़ता है. जिससे दिमाग संबंधित कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं. आको यह जानकर हैरानी होगी कि मोबाइल फोन रेडिएशन इरेक्टाइल डिसफंक्शन से जुड़ा होता है.
मोबाइल फोन से जो नीली रोशनी निकली है जिससे नींद आने वाले हार्मोन को नुकसान पहुंचता है. जिसे मेलाटोनिक के नाम से जाना जाता है. इससे बॉडी क्लॉक बाधित हो सकता है. जिससे सोने में परेशानियों को झेलना पड़ता है.
झेलनी पड़ सकती हैं कई समस्याएं
मोबाइल हम लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है. ऐसे में लोग अपने आस-पास ही फोन को रखकर सोते हैं. यदि आपकी भी आदत हैं तो तुरंत बदल दें. अधिकतर लोगों को अदांजा नहीं हैं कि जिस फोन को वह रोजाना अपने पास रखकर सोते हैं वह कई तरह की समस्या उनके जीवन में खड़ा कर सकता है.
सोते समय खुद से कितनी दूरी पर रखें फोन?
कई हेल्थ एक्सपर्ट का कहना हैं कि 68 फीसदी व्यस्क और 90 फीसदी किशोर अपने साथ मोबाइल लेकर सोते हैं. फोन को खुद से 3 फीट की दूरी पर रखना चाहिए और जब भी आप सोएं तो समय से साथ ही 3 फीट दूरी पर फोन रखकर सोएं. ऐसा करने से मोबाइल से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी इलेक्ट्रो-मैग्रेटिक की ताकत काफी कम हो जाती है जिससे आप को रेडिएशन का जोखिम नहीं रहता है.