डायबिटीज (मधुमेह) एक ऐसी बीमारी है जो हर उम्र के लोगों में देखने के मिलती है. वैसे तो डायबिटीज कई प्रकार के होते हैं लेकिन टाइप 2 बहुत आम है. यह बीमारी तब होती है जब मजब आपका ब्लड शुगर (ग्लूकोज) बहुत अधिक होता है. आपको बता दें कि, दुनिया भर में लगभग 537 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. इस बीमारी में मीठा चीज नहीं खाना होता है क्योंकि, मीठा खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है. ऐसे में आज हम आपको एक ड्राई फ्रूट के बारे में बताने जा रहे हैं जो डायबिटीज के मरीज के लिए बहुत फायदेमंद है. इस ड्राई फ्रूट के खाने से शुगर लेवल कम होता है जिससे डायबिटीज का खतरा नहीं होता. इसके अलावा ये ड्राई फ्रूट शरीर को अन्य लाभ भी देता है तो चलिए इसके बारे में जानते हैं.
दरअसल, जिस ड्राई फ्रूट की हम बात कर रहे हैं उसका नाम अंजीर है. अंजीर एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जो स्वाद में मीठा है लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है. इसमें कई विटामिन और मल्टी न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जो खनिज, विटामिन और फाइबर से भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह बहुत फास्ट काम करा है और ब्लड शुगर को पचाने में मदद करता है.
अंजीर में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. फाइबर पाचन को धीमा करता है, जिससे शुगर का अवशोषण धीरे-धीरे होता है. इसके अलावा अंजीर में पोटेशियम, कैल्शियम, और मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं, जो हृदय रोगों के लिए भी लाभदायक है. अंजीर में एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों से लड़ते हैं और स्वास्थ्य में सुधार करते हैं.
इसका सेवन करने से वजन भी कंट्रोल में रहता है
डायबिटीज के मरीजों को अंजीर का सेवन कंट्रोल में ही करना होता है क्योंकि, इसका ज्यादा सेवन से नुकसान भी हो सकता है. ब्लड शुगर के मरीजों को एक दिन में ज़्यादा से ज़्यादा 2 से 3 अंजीर खाना चाहिए. अंजीर का सेवन सुखा नहीं करना चाहिए बल्कि हमेशा रात भर पानी में भिगोकर ही करना चाहिए. बता दें कि अगर आप रोजाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करते हैं तो जल्द ही इसका असर देखने को मिलेगा. हेल्थ के साथ-साथ ये स्किन के लिए भी लाभदायक होता है. अंजीर खाने से हाइड्रेशन बढ़ाता है जो त्वचा को झुर्रियों और समय से पहले बूढ़ा होने से बचाता है.
1. ज्यादा प्यास लगना और मुंह सूखना
2. बार बार पेशाब आना
3. थकान
4. आंखो से कम दिखाई देना
5. अचानक वजन घटना
6. आपके हाथों या पैरों में सुन्नता या झुनझुनी होना
7. धीरे-धीरे ठीक होने वाले घाव या कट
8. बार-बार त्वचा और/या योनि में यीस्ट संक्रमण होना First Updated : Monday, 12 August 2024