विनोद कांबली के दिमाग में ब्लड क्लॉट, जानिए कितना खतरनाक और क्या है इलाज?
Brain Blood Clot: पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली के दिमाग में ब्लड क्लॉट की समस्या पाई गई है, जो गंभीर और जानलेवा हो सकती है. भारत में स्ट्रोक के कारण हर साल 12-13 लाख लोग प्रभावित होते हैं. यह जानना जरूरी है कि दिमाग में ब्लड क्लॉट क्यों बनते हैं, इसके लक्षण क्या हैं, और इसे रोकने के उपाय क्या हैं.
Brain Blood Clot: पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली के दिमाग में ब्लड क्लॉट की समस्या सामने आई है. यह एक गंभीर स्थिति है, जो समय पर इलाज न होने पर जानलेवा हो सकती है. ब्रेन ब्लड क्लॉट, जिसे स्ट्रोक का प्रमुख कारण माना जाता है, भारत में मौतों का एक बड़ा कारण बन चुका है.
इंडियन स्ट्रोक एसोसिएशन के अनुसार, देश में हर साल 12-13 लाख लोग स्ट्रोक का शिकार होते हैं. ब्लड क्लॉट की समस्या के बढ़ते मामलों के बीच यह जानना जरूरी है कि आखिर दिमाग में ब्लड क्लॉट क्यों बनते हैं, इसके लक्षण क्या हैं, और इसे कैसे रोका जा सकता है.
ब्लड क्लॉट कैसे बनता है?
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब खून का थक्का दिमाग के किसी हिस्से में जमा हो जाता है, तो उस हिस्से में ब्लड फ्लो रुक जाता है. इससे ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं पहुंच पाते, जिससे कोशिकाएं डैमेज हो सकती हैं. यह स्थिति दिमाग के काम करने की क्षमता को प्रभावित करती है और कई मामलों में स्ट्रोक का कारण बनती है. समय पर इलाज न मिलने पर यह स्थिति जानलेवा साबित हो सकती है.
ब्लड क्लॉट के लक्षण
दिमाग में ब्लड क्लॉट के लक्षणों में चेहरे के किसी हिस्से का झुकना, बोलने में कठिनाई, आंखों से धुंधला दिखना, शरीर के किसी हिस्से में कमजोरी या लकवे की समस्या, और सिर में तेज दर्द के साथ उल्टियां शामिल हैं. यह लक्षण किसी भी गंभीर स्थिति की ओर इशारा कर सकते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है.
ब्लड क्लॉट बनने के कारण
ब्लड क्लॉट बनने के प्रमुख कारणों में बढ़ती उम्र, हाई ब्लड प्रेशर, धूम्रपान, अत्यधिक शराब का सेवन, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और परिवार में हृदय संबंधी बीमारियों का इतिहास शामिल हैं. यह सभी कारक ब्लड वेसेल्स को कमजोर करते हैं, जिससे ब्लड क्लॉट बनने का खतरा बढ़ता है.
ब्लड क्लॉट का इलाज और बचाव
ब्लड क्लॉट का इलाज खून पतला करने वाली दवाओं के जरिए किया जा सकता है. गंभीर मामलों में सर्जरी की मदद ली जाती है. इसे रोकने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, संतुलित आहार लेना, नियमित व्यायाम करना और तनाव से बचना जरूरी है. धूम्रपान और शराब का सेवन न करना भी ब्लड क्लॉट से बचने में मदद करता है.