भारत के युवाओं में तेजी से बढ़े इन 2 कैंसर के मामले ,जानिए क्या है असल वजह

Cancer Disease:कैंसर के मामले दुनियाभर में काफी ज्यादा बढ़ रहे हैं. हर साल कैंसर से लाखों लोग अपनी जान गवातें हैं. पुरुषों में फेफड़े- मुंह और प्रोस्टेट कैंसर जबकि महिलाओं में स्तन और सर्वाइकल कैंसर के मामले सबसे ज्यादा अब तक रिपोर्ट किए जा चुके हैं. खराब लाइफस्टाइल और रहन सहन की वजह से इस बीमारी के केस काफी ज्यादा देखने को मिलते हैं. ऐसे में जानते हैं वो कौन से 2 तरह के कैंसर हैं जो भारत के युवाओं में देखने को मिल रहे हैं.

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Cancer Disease: कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिससे बचना न के बराबर होता है. एक बार ये हो जाए तो इंसाल टूट जाता है. कैंसर आज के समय में काफी ज्यादा बढ़ गया है. हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि भारत में सिर और गर्दन में कैंसर के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. कैंसर के कुल रोगियों में से 26 फीसदी में ये समस्या है.

हर साल 27 जुलाई को वर्ल्ड हेड एंड नेक कैंसर डे मनाया जाता है. इस अवसर पर जारी किए गए अध्ययन के निष्कर्ष में बताया गया है कि देश में इन दो अंगों में कैंसर के रोगियों की संख्या बढ़ रही है.

कैंसर रोगियों का डेटा

दिल्ली स्थित एक नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन ने एक मार्च से 30 जून तक अपने हेल्पलाइन नंबर पर प्राप्त कॉल से डेटा एकत्र करके यह अध्ययन किया. इसमें देशभर में 1,869 कैंसर रोगियों का डेटा शामिल है. शोधकर्ताओं ने पाया कि युवा आबादी, विशेषकर पुरुषों में इन कैंसर के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जोकि काफी चिंताजनक हैं.

क्या है बढ़ते कैंसर की वजह?

भारत में 'कैंसर मुक्त भारत अभियान' का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. आशीष गुप्ता ने रिपोर्ट में कहा कि सिर और गर्दन के कैंसर के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, विशेष रूप से युवा पुरुषों में इसका खतरा अधिक है. इनके लिए तंबाकू के सेवन या फिर ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) संक्रमण को कारण माना जा सकता है.  डॉ. आशीष ने बताया लगभग 80-90 प्रतिशत मुंह के कैंसर के मरीजों में तम्बाकू के सेवन की आदत देखी गई है, चाहे वो धूम्रपान हो या तंबाकू चबाने की आदत.

2040 तक बढ़ सकते इतने मामले

भारत में कैंसर के लगभग दो तिहाई मामलों का पता तब चल पाता है जब ये आखिरी के चरणों में पहुंच जाता है. सिर और गर्दन के कैंसर के बाद गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर का स्थान आता है, जिसके करीब 16 प्रतिशत मरीज हैं. भारत में पंद्रह प्रतिशत मामले स्तन कैंसर और करीब 9 प्रतिशत रक्त कैंसर के हैं. ग्लोबोकैन डेटा इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर ने देश में कैंसर के खतरे को लेकर सावधान किया है. एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2040 तक 2.1 मिलियन (21 लाख) कैंसर के नए मामले सामने आ सकते हैं.

सिर और गर्दन के कैंसर

सिर और गर्दन के कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी और इम्यूनोथेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है. नवीनतम कैंसर उपचार न केवल बीमारी को ठीक करने को प्राथमिकता देता है, बल्कि जीवित लोगों के जीवन की अच्छी गुणवत्ता भी सुनिश्चित करता है. अगर पहले या दूसरे चरण में भी कैंसर का पता चल जाए तो 80% से ज्यादा रोगियों में सिर और गर्दन के कैंसर का इलाज संभव है. 
First Updated : Sunday, 28 July 2024