फास्ट फूड ही नहीं, ये आदतें भी बच्चों में बढ़ाती हैं मोटापा, आज ही बदलें
यदि समय पर सही कदम नहीं उठाए गए तो बच्चों में बढ़ता मोटापा गंभीर हैल्थ समस्याओं का कारण बन सकता है. खराब लाइफ स्टाइल, अन बैलेंस डाइट और शरीरिक गतिविधियों की कमी इसके प्रमुख कारण हैं. स्क्रीन टाइम बढने जंक फूड की लत के चलते बच्चों का वजन तेजी से बढ़ रहा है. आज हम आफको बच्चों में मोटापा बढ़ने के कुछ अहम कारणों के बारे में बताएंगे, ताकि इसे समय रहे रोका जा सके.

लाइफ स्टाइल न्यूज. बच्चों में बढ़ती मोटापे की दर चिंता का विषय बन गई है. छोटे बच्चे अब मोटापे का शिकार हो रहे हैं. खराब जीवनशैली और अस्वास्थ्यकर आहार को मोटापे का मुख्य कारण माना जाता है. लेकिन इसके अलावा, बच्चों के दैनिक जीवन में ऐसी कई चीजें हैं जो मोटापे में योगदान देती हैं. यह माता-पिता की भी जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों को मोटापे से बचाने के लिए स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करें. बच्चों में मोटापा बढ़ने का सबसे बड़ा कारण यह है कि आजकल बच्चों के खाने का कोई निश्चित समय नहीं है. हाल के दिनों में बच्चों के साथ घटित होने वाली यह एक बहुत ही असामान्य बात है. कई बच्चे सुबह देर से उठते हैं.
जबकि डॉक्टरों का कहना है कि नाश्ता सुबह 9 बजे से पहले कर लेना चाहिए. जब बच्चे देर से उठते हैं, तो वे 12 या 1 बजे नाश्ता करते हैं. इसके बाद हम शाम 4 बजे तक खाना खाते हैं. इसके बाद हम सीधे 10 या 11 बजे खाना खाते हैं. दरअसल, खाने-पीने का निश्चित समय न होना मोटापे का एक प्रमुख कारण है.
शारीरिक गतिविधि से दूरी
बच्चे अब पूरी तरह से डिजिटल जाल में फंस चुके हैं. चाहे शाम को खेल के मैदान में जाकर खेलना हो या रात के खाने के बाद टहलना हो, बच्चे अब शारीरिक गतिविधियों से पूरी तरह दूर हो गए हैं. जब शरीर से पसीना नहीं निकलता तो बीमारियाँ अपना घर बना लेती हैं. वहीं, छोटे बच्चे मोटापे और मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं.
सोने का सही समय
बच्चों में मोटापा बढ़ने का सबसे बड़ा कारण यह है कि उनके सोने का समय निश्चित नहीं है. किसी भी समय सोना, देर रात तक जागना और फिर फास्ट फूड खाना बच्चों के स्वास्थ्य को खराब कर रहा है. बच्चों के खराब स्वास्थ्य का सबसे बड़ा कारण सोने का समय निर्धारित न करना है. यही कारण है कि बच्चों में मोटापे जैसी बीमारियाँ बढ़ रही हैं.