Childrens Day Wishes: एक बचपन का जमाना था...बाल दिवस के खास मौके पर अपनों को करें इन संदेशों से विश

Childrens Day Quotes & Status In Hindi: आज 14 नवंबर 2023 है देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन किसी न किसी के मन में ये सवाल आता होगा कि आखिर इसी दिन ही क्यों बाल दिवस (childrens Day) के रूप में मनाया जाता है.

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Children's Day Quotes & Status In Hindi: बचपन, जिसको बड़े होते - होते हम खो देते हैं. लेकिन कहीं न कहीं हमारे अंदर वह बच्चा छुपा होता है जो किसी न किसी मौके पर बाहर आ ही जाता है. इन्हीं पुरानी यादों के सहारे हम खुशी महसूस करने लगते हैं. आज '14 नवंबर 2023' है देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Prime Minister Pandit Jawaharlal Nehru) का जन्मदिन, जिसको हम बाल दिवस के रूप में मनाते हैं. 

किसी न किसी के मन में ये सवाल आता होगा कि आखिर इसी दिन ही क्यों बाल दिवस (children's Day) के रूप में मनाया जाता है. दरअसल, 'चाचा नहरू' को बच्चे बड़े ही प्यारे लगते थे, वह अपना जन्मदिन भी इन मासूम और छोटे - छोटे बच्चों से साथ मनाते थे. जिस कारण से इस दिन को बाल दिवस घोषित कर दिया गया. 

इस खास मौके पर आप अपने बच्चों को कोई गिफ्ट देकर शुभकामनाएं दे सकते हैं और इन प्यारे - प्यारे संदेशों से अपना प्यार ज़ाहिर कर सकते हैं. साथ ही अपने बचपन के वह सुहावनें दिनों को भी याद कर सकेंगे. 

1. बच्चों के छोटे हाथों को चांद सितारे छूने दो
चार किताबें पढ़ कर ये भी हम जैसे हो जाएंगे
- बाल दिवस की शुभकामनाएं

2. चाचा नेहरू प्यारे थे,
भारत माता के राज दुलारे थे
देश के पहले प्रधानमंत्री थे
स्वतंत्रता के सैनानी थे
- बाल दिवस की शुभकामनाएं

3. ना 'सुबह' की खबर, ना 'शाम' का ठिकाना
थक हार के स्कूल से घर आना 
खेल - खेल में बहुत कुछ 'सीख' जाना...
- बाल दिवस की शुभकामनाएं

4. न रोने की वजह होती है,
ना हंसने का कोई बहाना
ऐसा होता है बचपन 
जो मुझे खुलकर है बिताना
- बाल दिवस की शुभकामनाएं

5. आज ना डांटना कोई हमको,
आज हम खेलने जाएंगे
साल भर हमने किया इंतजार 
आज हम बाल दिवस मनाएंगे.....
- बाल दिवस की शुभकामनाएं

6. एक बचपन का जमाना था
जिस में खुशियों का खजाना था,

चाहत चांद को पाने की थी, 
पर दिल तितली का दिवाना था,

खबर ना थी कुछ सुबह की
ना शाम का ठिकाना था,

थक कर आना स्कूल से
पर खेलने भी जाना था,

मां की कहानी था,
परियों का फसाना था,

क्यों हो गए हम इतने बड़े
इससे अच्छा तो वो बचपन का जनामा था... First Updated : Tuesday, 14 November 2023