डिप्थीरिया: जानें इस खतरनाक बीमारी के लक्षण और बचाव के तरीके!

डिप्थीरिया एक गंभीर संक्रामक बीमारी है, जो मुख्य रूप से गले और नाक को प्रभावित करती है. इसके लक्षणों में गले में खराश, बुखार और सफेद परत शामिल हैं. यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से फैलती है लेकिन चिंता की बात नहीं है—टीकाकरण से इसे रोका जा सकता है. क्या आप जानते हैं कि इसके इलाज में क्या-क्या किया जाता है पूरी जानकारी के लिए पढ़ें!

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Diphtheria: डिप्थीरिया एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जो बैक्टीरिया Corynebacterium diphtheriae के कारण होती है. यह मुख्य रूप से गले और नाक के क्षेत्रों को प्रभावित करती है और समय पर इलाज न कराने पर यह जानलेवा हो सकती है. यह बीमारी मुख्यतः बच्चों में अधिक देखने को मिलती है लेकिन वयस्क भी इसकी चपेट में आ सकते हैं.

डिप्थीरिया के लक्षण अक्सर अचानक शुरू होते हैं. यहां कुछ मुख्य लक्षण दिए गए हैं:

गले में खराश: रोगी को गले में दर्द और सूजन महसूस होती है.

➢ बुखार: हल्का से लेकर मध्यम बुखार हो सकता है.

➢ सफेद या ग्रे रंग की परत: गले में सफेद या ग्रे रंग की परत बन जाती है, जो खाने-पीने में दिक्कत कर सकती है.

➢ कांख में सूजन: कुछ मामलों में, गर्दन के लसीका ग्रंथियों में सूजन भी हो सकती है.

➢ खांसी और सांस लेने में दिक्कत: गले में सूजन होने से सांस लेने में समस्या हो सकती है.

डिप्थीरिया का कारण और फैलने का तरीका

डिप्थीरिया मुख्यतः संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है. यह रोग हवा के माध्यम से भी फैल सकता है जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है. इसके अलावा, संक्रमित सतहों या वस्तुओं के संपर्क में आने से भी यह बीमारी हो सकती है.

इलाज और रोकथाम

डिप्थीरिया का इलाज एंटीबायोटिक्स के जरिए किया जाता है जो बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं. इसके साथ ही, डॉक्टर द्वारा दिए गए एंटीटॉक्सिन का उपयोग भी किया जा सकता है जो बैक्टीरिया द्वारा उत्पादित विषाक्त पदार्थों को नष्ट करता है.

इस बीमारी से बचने के लिए सबसे प्रभावी तरीका टीकाकरण है. बच्चों को 2, 4, 6 और 15-18 महीने की उम्र में डिप्थीरिया का टीका लगवाना चाहिए. इसके बाद, 4-6 साल की उम्र में बूस्टर डोज दी जानी चाहिए. वयस्कों को भी समय-समय पर बूस्टर डोज लेने की सलाह दी जाती है, विशेषकर यदि वे यात्रा करने जा रहे हैं या उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में रह रहे हैं.

डिप्थीरिया का महत्व

डिप्थीरिया को लेकर जागरूकता बेहद जरूरी है. समय पर टीका लगवाने और लक्षणों को पहचानने से इस बीमारी से बचा जा सकता है. यदि आपको डिप्थीरिया के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. जल्दी पहचान और उपचार से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है और गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है.

इस प्रकार, डिप्थीरिया एक गंभीर लेकिन रोका जा सकने वाली बीमारी है. सही जानकारी और सही समय पर कदम उठाने से हम इस बीमारी को अपने जीवन से दूर रख सकते हैं. First Updated : Sunday, 20 October 2024