Lifestyle: आम जीवन में बढ़ती उम्र के साथ आंखों की रोशनी का कम होना कोई बड़ी बात नहीं है. मगर इससे बचने के लिए दैनिक जीवन में अच्छे खानपान की आवश्यकता होती है. दरअसल वर्तमान समय में लोग काला पानी जैसी दिक्कतों का भी शिकार हो रहे हैं. जिसे डॉक्टर की भाषा में ग्लूकोमा कहा जाता है.
दरअसल इस बीमारी को पता करने के लिए आपको समय रहते आंखों के डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है. साथ ही अपनी आंखों की स्क्रीनिंग करवानी चाहिए. जिससे आपकी बीमारी के बारे में पता चल पाए और आप समय रहते इलाज करवा सकें. वहीं ग्लूकोमा के बारे में कई लोगों को मालूम भी नहीं है. बता दें कि देश के अंदर 8 करोड़ से अधिक लोग ग्लूकोमा जैसी बड़ी बीमारी के शिकार हैं. वहीं भारत सरकार इस बीमारी को लेकर अभियान भी चला रही है. जिसके अनुसार 10 मार्च से 16 मार्च तक इसको लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
ग्लूकोमा को आम बोलचाल की भाषा में काला मोतिया कहते हैं, ये आंखों की सबसे खतरनाक बीमारी है जो, धीरे-धीरे आंखों की रोशनी को खत्म कर देती है. इसमें हमारी आंखों की ऑप्टिक नर्व पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है. दरअसल ऑप्टिक नर्व्स हमारे रेटिना को दिमाग से जोड़ने का काम करती है, इस बीमारी के गंभीर हो जाने पर आंखों की रौशनी को वापस लाना मुश्किल होता है.
आम जीवन में चक्कर आना एक बड़ी समस्या है, जब शरीर में अधिक कमजोरी होती है तो लोगों को चक्कर आने शुरू हो जाते हैं. वहीं महिला जब प्रेग्नेंट रहती है तब भी चक्कर आते हैं. साथ ही अगर आपके शरीर में गैस बनने व पेट सही न होने की दिक्कत होने पर भी चक्कर आते हैं. इतना ही नहीं शरीर में कई बीमारियों होने के कारण भी आप चक्कर महसूस करते हैं. First Updated : Tuesday, 12 March 2024