Skin cancer: सूरज से निकलने वाली पराबैंगनी (UV) किरणें हमारी त्वचा पर कई तरह से असर डालती हैं, जिनमें से सबसे गंभीर प्रभाव त्वचा कैंसर का जोखिम है. अक्सर लोग यह सोचते हैं कि सिर्फ गर्मी या छुट्टियों के दिनों में धूप का प्रभाव होता है, लेकिन सच्चाई यह है कि सूरज की हानिकारक UV किरणें किसी भी मौसम में हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इस लेख में हम समझेंगे कि अधिक समय तक धूप में रहने से त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ सकता है और इससे बचाव के उपाय क्या हैं.
सूरज की UV किरणें हमारी त्वचा में गहरे तक समा सकती हैं, जिससे हमारे शरीर के टिशूज और कोशिकाओं को नुकसान होता है. इसके परिणामस्वरूप सनबर्न, त्वचा की उम्र बढ़ने की समस्याएं और सबसे खतरनाक, त्वचा कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है. आइए जानते हैं कि इस खतरे से बचने के लिए हमें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.
सूरज से निकलने वाली UV किरणें सीधे हमारी त्वचा पर असर डालती हैं और इससे स्किन के टिशूज को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है. यह नुकसान सनबर्न और उम्र बढ़ने के अलावा त्वचा कैंसर का कारण भी बन सकता है. हालांकि, कई लोग यह नहीं जानते कि बादल और ठंडे मौसम में भी UV किरणें हमारे शरीर तक पहुंच सकती हैं. ये किरणें पानी, सीमेंट, रेत और बर्फ जैसी सतहों से भी परावर्तित होकर हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचाती हैं.
कुछ लोग UV किरणों से ज्यादा प्रभावित होते हैं, जैसे वे लोग जिनकी त्वचा आसानी से जल जाती है या जिनका इम्युनिटी सिस्टम कमजोर है. इसके अलावा, जिन लोगों के परिवार में त्वचा कैंसर का इतिहास रहा है, उन्हें भी इस जोखिम का अधिक सामना करना पड़ता है. यदि आप भी इन में से किसी श्रेणी में आते हैं, तो आपको धूप में ज्यादा समय बिताने से बचना चाहिए.
धूप में बाहर निकलने से पहले और हर दो घंटे में, खासकर जब आप तैर रहे हों या पसीना आ रहा हो, सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है. विशेष रूप से सुबह के मध्य से लेकर दोपहर के बाद तक धूप से बचने की कोशिश करें, जब UV किरणें सबसे अधिक तीव्र होती हैं.
UV इंडेक्स हमें यह बताता है कि सूरज की UV किरणें कितनी तेज़ हैं. यदि UV इंडेक्स 3 या उससे ज्यादा है, तो हमें अपनी त्वचा को सूरज से बचाने के उपाय करने चाहिए. हालांकि, थोड़ा सा सूरज के संपर्क में आना हमारे शरीर को विटामिन D प्राप्त करने में मदद कर सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हमें सनबर्न का जोखिम उठाना चाहिए.
सनबर्न त्वचा को हुए नुकसान का संकेत होता है, और यह तब होता है जब हमारी त्वचा UV किरणों से अत्यधिक प्रभावित होती है. हालांकि, एक बार सनबर्न होने का मतलब यह नहीं कि आपको त्वचा कैंसर होगा, लेकिन बार-बार सनबर्न होने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. सनबर्न से त्वचा कोशिकाओं के डीएनए में क्षति होती है, जो समय के साथ त्वचा कैंसर का कारण बन सकता है. First Updated : Saturday, 04 January 2025