बिच्छू के डंक पर न करें ये गलती, वरना जा सकती है जान, इसका जहर कितना होता है खतरनाक?
कुछ बिच्छू ऐसे भी होते हैं जिनका जहर बहुत खतरनाक होता है। इस मामले में, यदि कोई व्यक्ति इस व्यवहार में संलग्न होता है, तो रोगी की मृत्यु हो सकती है। इसलिए अगर आपको बिच्छू काट ले तो सबसे पहले ठंडे पानी से अच्छी तरह धो लें। इसके बाद तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या विशेषज्ञ के पास जाएं। इसमें अपने मन से कुछ मत करें।

सर्दी का मौसम खत्म होते ही बिच्छुओं का मौसम शुरू हो जाता है। यहां तक कि बिच्छू के डंक से भी कई लोगों की मौत हो जाती है। बिच्छू के डंक के बारे में कई गलत धारणाएं हैं। ग्रामीण स्तर पर लोग बिच्छुओं के डंक को उनकी पीठ पर पीतल की थाली रखकर उतारते हैं। जिसे भूत-प्रेत भगाना कहते हैं। बिच्छू के डंक से होने वाला दर्द असहनीय होता है। बता दें कि इस चीरे में कभी-कभी मरीज ठीक हो जाता है तो कभी-कभी उसकी मौत हो जाती है। दरअसल, विशेषज्ञों के अनुसार इसकी सच्चाई हैरान करने वाली है। कुछ बिच्छू ज़हरीले नहीं होते, इसलिए यह एक साधारण बात है कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं होती कि उन्हें कुछ भी हो या नहीं। लेकिन अगर बिच्छू ज़हरीला है, तो यह मौत का कारण भी बन सकता है।
बिच्छू के डंक में होता है जहर
बलिया की 15 साल की अनुभवी एमबीबीएस एमडी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. तोषिका सिंह ने बताया कि बिच्छू के डंक में वास्तव में जहर होता है। बिच्छू के जहर में न्यूरोटॉक्सिन प्रचुर मात्रा में होता है, जो तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। बिच्छू के विष का प्रभाव उसकी प्रजाति और डंक की गंभीरता पर निर्भर करता है।
बरसात के मौसम में बाहर निकल आते है बिच्छू
बिच्छू की कुछ प्रजातियों का जहर बहुत खतरनाक होता है, जबकि अन्य का जहर हल्का होता है। बारिश के दौरान बिच्छुओं की मिट्टी पिघल जाती है, जिसके बाद वे बाहर आ जाते हैं। इस दौरान बिच्छू सुरक्षित स्थानों की तलाश में धीरे-धीरे लोगों के घरों में घुसना शुरू कर देते हैं। इससे बचने के लिए घर को अंदर-बाहर साफ रखें और कहीं भी गंदगी न छोड़ें।


