आपकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक है E-Cigarette, सामने आया चौंका देने वाला खुलासा
E-cigarette: नई रिसर्च ने ई-सिगरेट्स को लेकर बढ़ते मिथकों को खारिज करते हुए यह बताया है कि ये सिगरेट्स, चाहे निकोटीन-फ्री हों या निकोटीन युक्त, हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती हैं. रक्त वाहिकाओं में सिकुड़न, फेफड़ों के संक्रमण और दिल से संबंधित समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है.
E-cigarette: धूम्रपान छोड़ने के लिए कई लोग ई-सिगरेट का सहारा लेते हैं, यह मानते हुए कि यह पारंपरिक सिगरेट्स की तुलना में कम हानिकारक है. लेकिन हाल ही में किए गए एक अध्ययन ने इस मिथक को चुनौती दी है और साबित किया है कि ई-सिगरेट भी हमारी सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है. यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया और यूनिवर्सिटी ऑफ अर्कांसास के विशेषज्ञों द्वारा किए गए इस रिसर्च में ई-सिगरेट के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों पर प्रकाश डाला गया है.
यह अध्ययन यह साबित करता है कि ई-सिगरेट्स, चाहे उनमें निकोटीन हो या न हो, हमारे रक्त वाहिकाओं और श्वसन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं. खासकर निकोटीन-फ्री ई-सिगरेट्स भी सेहत के लिए उतनी ही खतरनाक हो सकती हैं जितनी कि निकोटीन वाली ई-सिगरेट्स.
ई-सिगरेट्स का स्वास्थ्य पर प्रभाव
हालिया अध्ययन में 21 से 49 वर्ष की आयु के 31 वयस्कों को शामिल किया गया, जो नियमित रूप से वेपर या धूम्रपान करते थे. इन लोगों का दिन में दो बार MRI स्कैन किया गया, जो इनकी सिगरेट पीने की आदतों से पहले और बाद में किया गया. इस रिसर्च में तीन प्रकार के उत्पादों का सेवन करने वाले लोग शामिल थे—निकोटीन-फ्री, निकोटीन-युक्त, और सामान्य ई-सिगरेट. इसके अलावा, 21 से 33 वर्ष के 10 अन्य स्वस्थ लोगों पर भी शोध किया गया, जो धूम्रपान नहीं करते थे.
रिसर्च के परिणाम
अध्ययन के परिणामों के अनुसार, सभी प्रकार के सिगरेट उत्पादों के सेवन से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है. हालांकि, निकोटीन-फ्री ई-सिगरेट्स पीने वालों में कुछ हद तक कम नुकसान देखा गया, फिर भी उनके रक्त वाहिकाओं पर गंभीर प्रभाव पाया गया. ई-सिगरेट्स के सेवन से फेफड़ों और दिल से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं, और शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति में भी कमी आ सकती है.
ई-सिगरेट्स से होने वाले नुकसान
ई-सिगरेट्स का सेवन करने से शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित हो सकती है. इसके अलावा, यह ब्लड वेसल्स को संकुचित कर सकती है, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है. लंबे समय तक ई-सिगरेट्स का इस्तेमाल फेफड़ों के संक्रमण और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है.
विशेषज्ञों की सलाह
डॉ. मैरिएन नैबाउट, जो इस रिसर्च का हिस्सा थे, ने कहा कि ई-सिगरेट्स के सेवन से ब्लड वेसल्स पर सीधे असर पड़ता है और इससे कार्डियो वस्कुलर (हृदय और रक्त वाहिकाओं) समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि निकोटीन-फ्री ई-सिगरेट्स का सेवन भी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है. इसके अलावा, विशेषज्ञों का सुझाव है कि जो लोग धूम्रपान छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें मेडिकली हेल्प लेना चाहिए, क्योंकि यह सबसे प्रभावी और सुरक्षित तरीका हो सकता है.