Explainer: जानिए भारत में क्या है कैलेंडर का इतिहास, पहली बार कब मनाया गया नया साल?
Explainer: 1 जनवरी को जब भी नया साल आता है उसे भारत में बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है. इस दिन हर कोई अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने जाता है लेकिन क्या आप ने सोचा है कि नया साल मनाने की शुरुआत कैसे और कब कई गई थी?
हाइलाइट
- यूएस में सबसे आखिर में मनाया जाता है नया साल.
- मार्च को माना जाता है साल का पहला महीना.
Explainer: आज 14 दिसंबर 2023 है अब कुछ दिनों के बाद नए साल की शुरुआत होने वाली है. साल 2023 अब खत्म होने की कगार पर है अब इस साल में स कुछ ही दिन रह गए हैं. 1 जनवरी से साल 2024 की शुरुआत हो जायेगी और उस दिन को लोग बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाते हैं.
नई साल के दिन पूरी दुनिया में खूब उत्साह होता है हर जगह लोग पार्टियां करते हुए नजर आते हैं. इसे बेहद हर्षोल्लास के साथ सेलिब्रेट किया जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि पहले 1 जनवरी को नया साल नहीं मनाया जाता था. इससे पहले 1 जनवरी को नया साल कब मनाया गया था. आइए जानते हैं क्या है इसका पूरा इतिहास?
मार्च को माना जाता है साल का पहला महीना
15वीं शताब्दी से पहले मार्च का महीना साल का पहला महीना माना जाता था. पहले नया साल 25 मार्च या फिर 25 दिसंबर को मनाया जाता था. रोम के पहले राजा नूमा पोंपलिस ने रोमन कैलेंडर में बदलाव किया गया और 2 महीने जोड़े गए फिर इसके बाद से ही जनवरी को साल का पहला महीना माना जाने लगा. तभी से यह परंपरा शुरू हो गई की साल का पहला महीना जनवरी को माना जायेगा.
क्या है कैलेंडर की दुनिया का इतिहास?
1 जनवरी को नया साल मनाने की परंपरा का इतिहास काफी पुराना है. इसकी शुरुआत ग्रेगोरियन कैलेंडर के तहत 15वीं सदी में सन 1582 के अक्टूबर महीने के में हुई थी. आपको बता दें इस तारीख से पहले पूरी दुनिया में जूलियन कैलेंडर फॉलो किया जाता था. उसमें सिर्फ 10 ही महीने होते थे तब क्रिसमस के दिन ही नया साल मनाया जाता था.
शुरू हुई 1 जनवरी की परंपरा
लेकिन इसके बाद अमेरिका के एक फिजिशियन अलॉयसिस लिलिअस ने एक नया कैलेंडर दुनिया को दिया. इसे ग्रेगोरियन कैलेंडर कहा गया जिसमें साल का पहला दिन 1 जनवरी को माना गया और तभी से 1 जनवरी को नए साल मनाने की परंपरा चली आ रही है.
नए साल का कहां मनाया जाता है सबसे पहले जश्र?
नए साल का स्वागत सबसे पहले ओशिआनिया क्षेत्र के लोग करते हैं इनमें टोंगा, समोआ और किरिबाटी नए साल का स्वागत करने वाले पहले देश हैं, टोंगा के प्रशांत द्वीप सबसे पहले नए साल का दिन उगता है इसका मतलब है कि यहां सबसे पहले नए साल का जश्र मनाया जाता है.
यूएस में सबसे आखिर में मनाया जाता है नया साल
भारतीय समय के अनुसार 31 दिसंबर की शाम 3.30 बजे समोआ और क्रिसमस आइलैंड किरीबैती में नया साल शुरू हो जाता है. एशियाई देशों में जापान और दक्षिण कोरिया में सबसे पहले नए साल का स्वागत किया जाता है यहां 31 दिसंबर की रात 8.30 बजे नया साल शुरू हो जाता है. वहीं यूएस माइनर आउटलाइंग आइलैंड में सबसे आखिर में नया साल मनाया जाता है. भारतीय समय के अनुसार ये 1 जनवरी की शाम 5.35 मनाया जाता है.