Explainer: हमारे शरीर में अनेक प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं जिससे व्यक्तियों की जान चली जाती है. 2023 में ऐसी 4 महामारी फैली है जिसक मरीजों की संख्या काफी आगे तक जा चुकी है. पिछले तीन साल से अधिक समय से जारी कोरोना महामारी को भले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस साल ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की सूची से बाहर कर दिया पर पूरे साल दुनिया के कई देशों में इस संक्रामण रोग के नए-नए वैरिएंट्स रिपोर्ट किए जा रहे हैं. यूके–यूएस सहित कई देशों में नए वैरिएट्स के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या और गंभीर स्थिति वाले मरीजों के मामले भी दर्ज किए गए हैं.
चीन में जनवरी की शुरुआत से निमोनिया के मरीज लगातार सामने आ रहे हैं, इसके कारण बड़ी संख्या में बच्चे सांस लेने में परेशानी के कारण अस्पतालों में भर्ती होने लगे हैं, हाल में ही इस संक्रामण के कारण हर दिन एक हजार से ज्यादा मरीजों को अस्पताल ले जाया जाता है.
इस संक्रामण को लेकर चीन ने इसे पैतोजन या इंफेक्शन संबंधी बीमारी होने से इनकार करते हुए कहा कि यह कोई असामान्य बीमारी नहीं है कोविड 19 के कारण जारी पाबंदियां हटाए जाने के कारण बच्चों को फ्लू हो रहा है. हांलाकि दुनिया भर के देश इस पर नजर बनाए हुए हैं. 2019 मे कोविड यही से शुरू हुआ था और महामारी के रूप में दुनियाभर में फैला था.
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार लैंसेट स्टडी में बताया गया है कि टोमैटो फ्लू के लक्षण कोविड-19 वायरस के समान ही होते हैं लेकिन यह वायरस SARS-CoV-2 से संबंधित नहीं हैं, यह पूरी तरह अलग है. टोमैटो फ्लू बच्चों में चिकनगुनिया या डेंगू बुखार के बाद हो सकता है. इस फ्लू का नाम टोमैटो फ्लू इसीलिए है क्योंकि इसमें पूरे शरीर में लाल और दर्द वाले फफोले हो जाते हैं यह फफोलों का आकार टमाटर के बराबर भी हो सकता है.
भारत और दुनियाभर में छाने वाला यह दूसरा संक्रामण है जिसे साल 2023 में टोमैटो के नाम से जाना गया है यह संक्रामण बच्चों यानी 5 साल से कम उम्र के बच्चों को अपना शिकार बना रहा है. दुनिया भर में इस संक्रामण के हर रोज मरीजों का आंकड़ा 500 से पार पहुंच रहा है, भारत और केरल राज्य में 5 साल के नीचे बच्चों में इसके लक्षण दिखाई दे रहे हैं.
साल 2023 में कोरोना के साथ-साथ दुनिया के कई देशों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामले भी लगातार बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) भी कोरोना की ही तरह से श्वसन पथ को संक्रमित करता है, हालांकि कोरोना के इतर इस वायरस के कारण ऊपरी और निचले दोनों श्वसन पथ में संक्रमण का खतरा हो सकता है.
विशेषज्ञों का कहना है कि शिशुओं और बुजुर्गों, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है उनमें मेटान्यूमोवायरस के कारण गंभीर बीमारी होने का खतरा अधिक होता है. इसके लक्षण आमतौर पर सामान्य फ्लू की तरह के ही होते हैं ऐसे में लोग इस संक्रमण को लेकर काफी कंफ्यूज रहते हैं साल 2023 में इस महामारी के मरीजों का आकंड़ा 45 प्रतिशत पीसीआर और 85 प्रतिशत एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट सकारात्मक आए थे. First Updated : Friday, 15 December 2023