Explainer: बच्चों से लेकर बूढ़ों तक आखिर क्यों हो रहें हैं हार्ट अटैक के शिकार, जानिए सब कुछ

Explainer:14 दिसंबर की रात 10 बजे करीब अभिनेता श्रेयस तलपड़े को हार्ट अटैक आया जो बॉलीवुड की दुनिया में चर्चा की विषय बना हुआ है. साल 2023 के आकड़े देंखे तो इस साल बॉलीवुड़ के कई सितारों को इस अटैक का सामना करना पड़ा है...

calender

Explainer: 14 दिसंबर की रात 10 बजे करीब अभिनेता श्रेयस तलपड़े को हार्ट अटैक आया जो बॉलीवुड की दुनिया में चर्चा की विषय बना हुआ है. साल 2023 के आकड़े देंखे तो इस साल बॉलीवुड़ के कई सितारों को इस अटैक का सामना करना पड़ा है. इससे पहसे बॉलीवुड़ की जानी मानी अभिनेता और एक्ट्रेस सु्ष्मिता सेन और सैफ अली खा को हार्ट अटैक आ चुका है. आगे बता दें कि कई सितारे ऐसे हैं जिन्होंने अटैक के चलते दुनिया को अलविदा कह दिया है. आज हम आपको इस खबर में बताने जा रहें हैं कि हार्ट अटैक क्यों आते हैं और कब आ सकतें है इन सबके बारें में विस्तार से...

हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक बयान सामने आया था जिसमें कहा गया था कि कोरोना के बाद लोगों का दिल कमजोर हो गया है जिसकी वजह से किसी भी मेहनत वाले काम को करने से हार्ट अटैक का खतरा है. ऐसे में एक सवाल मन में आता है कि ये हार्ट अटैक की समस्या बच्चों में क्यों देखी जाती है. इसके पहले हम जान लेते हैं कि आखिर हार्ट अटैक क्या है?

क्या है हार्ट अटैक

हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा यह समस्या तब होती है जब रक्त का प्रवाह बहुत कम या थम जाता है. इसका ब्लॉक होना आमतौर पर हृदय धमनियों में फैट, कोलेस्टॉल और अन्य पदार्थो के निर्माण के कारण होती है. कोलेस्ट्रॉल युक्त जमाव को प्लाक कहा जाता है. इस बीच प्लाक बनने मे जो प्रकिया होती है. उस दौरान कभी- कभी प्लाक फट जाता है और थक्का बन सकता है जो खून के प्रभाव को रोक देता है और ऐसा होने पर मांसपेशियों के हिस्से को नुकसान पहुंचा सकती या नष्ट कर सकती है. इससे किसी भी व्यक्ति को हार्ट अटैक आ सकता है और उस दौरान उसकी मौत ही हो सकती है.

हार्ट अटैक आने के कारण

कोरोनरी हृदय रोग दिल के दौरे का प्रमुख कारण है. सीएचडी एक ऐसी स्थिति है जिसमें कोरोनरी धमनियां कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों जैसे वसा के जमाव से अवरुद्ध हो जाती हैं. इन जमावों को प्लाक कहा जाता है. दिल का दौरा पड़ने से पहले, प्लाक में से एक टूट जाता है जिससे टूटने वाले स्थान पर खून का थक्का बन जाता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और दिल का दौरा पड़ जाता है. हार्ट अटैक अक्सीजन की कमी से भी आ सकता है.

हार्ट अटैक

कोरोनरी हृदय रोग के कई कारण हैं. जैसे- धूम्रपान, हाई फैट फूड्स, डायबिटीज, स्ट्रेस, नशीली दवाओं का सेवन, हाई बीपी, मोटापा होना, बच्चों में हार्ट अटैक जन्मजात दिल की बीमारी के कारण हो सकता है.

हार्ट अटैक के लक्षण

दिल के दौरे के लक्षण अलग- अलग होते हैं, जैसे पुरुषों में अलग और महिलाओं में अलग लेकिन कुछ लक्षण एक जैसे होते है, जैसे कि सीने में दर्द जो दबाव, जकड़न, दर्द, निचोड़ने या दर्द जैसा महसूस हो सकता है. कुछ लक्षण है जो इस प्रकार है. ठंड़ा पसीना, थकान, सीने में जलन, चक्कर आना, जी मिचलाना, सांस लेने में कठिनाई, महिलाओं के असमान्य लक्षण हो सकते हैं जैसे गर्दन, बांह या पीठ में हल्का या तेज दर्द महसूस होना. 

हार्ट अटैक से बचाव के उपाय

अगर आप हार्ट अटैक से बचना चाहते है तो सबसे पहले आपको लाइफस्टाइल में बदलाव करे जैसे की धूम्रपान बंद कर दें. अच्छी डाइट ले. फैट से भरपूर फूड्स का सेवन करें. हाई बीपी को कंट्रोल में रखें, रोजाना व्यायाम करें, डायबिटीज, पर्याप्त नींद लें. First Updated : Friday, 15 December 2023