आज के समय में बाजार में तमाम तरह के मिलावटी सामां धड़ल्ले से बिकते हैं. ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए लोग ऐसी मिलावट और कालाबाजारी करते हैं.
मिलावटी फूड्स का सेवन करने से आपकी सेहत गंभीर रूप से खराब हो सकती है. इसकी वजह से कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बना रहता है.
यही नहीं डायबिटीज, कैंसर और पेट से जुड़ी जानलेवा बीमारियां भी मिलावटी सामान खाने से सबसे ज्यादा होती हैं. त्योहारों के सीजन में ड्राई फ्रूट्स और नट्स में भी खूब मिलावट की जाती है.
बाजार में कई बार सरकारी एजेंसियां नकली बादाम, काजू आदि की खेप को पकड़ती हैं. इन चीजों में मिलावट इस तरह से की जाती है कि आसानी से इनकी पहचान करना मुश्किल है.
आइये हम आपको बताते हैं कि असली और नकली बादाम में फर्क कैसे करें और नकली बादाम खाने से सेहत को होने वाले नुकसान के बारे में.
असली और नकली बादाम की पहचान करने के लिए इसे आप अपनी हथेली पर रगड़ें. रगड़ने पर अगर बादाम से रंग छूट रहा है, तो समझ लें यह नकली और मिलावटी है. इसे बनाने के लिए ऊपर से पाउडर छिड़क कर रंग बढ़ाया जाता है.
बादाम के रंग से भी आप इसकी पहचान कर सकते हैं. असली बादाम का रंग हल्का भूरा होता है, जबकि नकली बादाम का रंग कुछ ज्यादा डार्क दिखता है.
असली और नकली बादाम की पहचान करने के लिए इसे कागज पर कुछ देर के लिए दबाकर रखें. अगर ऐसा करने से कागज पर तेल के निशान दिखते हैं, तो बादाम असली है.