नींद पूरी करने के बाद भी रहता है आलस? जानें क्या है इसकी वजह

Reasons of laziness: नींद पूरी होने के बावजूद दिनभर आलस महसूस करना एक आम लेकिन गंभीर समस्या है. ये खराब जीवनशैली, तनाव, स्वास्थ्य विकारों और डिजिटल डिवाइस के अधिक उपयोग का परिणाम हो सकती है. इसे नजरअंदाज करना आपकी दिनचर्या और स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है. इस समस्या को दूर करने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन जैसे उपाय जरूरी हैं.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Reasons of laziness: नींद पूरी होने के बावजूद दिनभर आलस महसूस करना एक आम समस्या है, जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. यह समस्या आपकी दैनिक दिनचर्या और स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकती है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल नींद की कमी का नतीजा नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई और कारण हो सकते हैं.  

अगर आप भी सुबह उठने के बाद ताजगी के बजाय भारीपन और आलस महसूस करते हैं, तो यह संकेत है कि आपके शरीर में कुछ ऐसा हो रहा है, जिसे गंभीरता से लेने की जरूरत है. आइए जानते हैं इस समस्या के मुख्य कारण और इसके समाधान.  

खराब जीवनशैली

खराब खानपान, अनियमित दिनचर्या और शारीरिक गतिविधि की कमी आलस की सबसे बड़ी वजह हो सकती है. जब आप ज्यादा जंक फूड खाते हैं या फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते, तो शरीर सुस्त महसूस करने लगता है. आपका आहार और जीवनशैली सीधा आपके शरीर की ऊर्जा के स्तर को प्रभावित करते हैं. 

तनाव और मानसिक स्वास्थ्य 

तनाव और डिप्रेशन भी आलस का मुख्य कारण बन सकते हैं. इनसे न केवल आपका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि शारीरिक थकावट भी महसूस होती है. तनाव और चिंता की स्थिति में मस्तिष्क अधिक ऊर्जा खर्च करता है, जिससे शरीर कमजोर महसूस करता है. 

स्वास्थ्य समस्याएं  

कुछ स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे थायरॉइड, एनीमिया, या नींद संबंधी विकार (स्लीप एपनिया), भी आलस का कारण बन सकती हैं. अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.  

डिजिटल डिवाइस का अधिक इस्तेमाल  

रात में देर तक मोबाइल, लैपटॉप या टीवी देखने की आदत आपकी नींद की गुणवत्ता को खराब कर सकती है. इससे आप भले ही आठ घंटे सो लें, लेकिन वह नींद गहरी और आरामदायक नहीं होती.  सोने से कम से कम एक घंटे पहले डिजिटल स्क्रीन से दूरी बनाएं."

अपनी दिनचर्या में करें बदलाव

  • संतुलित आहार लें: पौष्टिक और हेल्दी फूड्स का सेवन करें.  

  • व्यायाम करें: दिन में कम से कम 30 मिनट योग या वर्कआउट करें.  

  • तनाव से बचें: मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग का सहारा लें.  

  • सोने का समय तय करें: रोजाना एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें.  

नींद पूरी होने के बाद भी आलस महसूस होना एक संकेत है कि आपकी जीवनशैली या स्वास्थ्य में सुधार की जरूरत है. इस समस्या को नजरअंदाज न करें और समय रहते इसका समाधान ढूंढें.  

Disclaimer: ये आर्टिकल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, JBT इसकी पुष्टि नहीं करता.

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10 January 2025, 01:41 PM IST

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