Reasons of laziness: नींद पूरी होने के बावजूद दिनभर आलस महसूस करना एक आम समस्या है, जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. यह समस्या आपकी दैनिक दिनचर्या और स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकती है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल नींद की कमी का नतीजा नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई और कारण हो सकते हैं.
अगर आप भी सुबह उठने के बाद ताजगी के बजाय भारीपन और आलस महसूस करते हैं, तो यह संकेत है कि आपके शरीर में कुछ ऐसा हो रहा है, जिसे गंभीरता से लेने की जरूरत है. आइए जानते हैं इस समस्या के मुख्य कारण और इसके समाधान.
खराब खानपान, अनियमित दिनचर्या और शारीरिक गतिविधि की कमी आलस की सबसे बड़ी वजह हो सकती है. जब आप ज्यादा जंक फूड खाते हैं या फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते, तो शरीर सुस्त महसूस करने लगता है. आपका आहार और जीवनशैली सीधा आपके शरीर की ऊर्जा के स्तर को प्रभावित करते हैं.
तनाव और डिप्रेशन भी आलस का मुख्य कारण बन सकते हैं. इनसे न केवल आपका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि शारीरिक थकावट भी महसूस होती है. तनाव और चिंता की स्थिति में मस्तिष्क अधिक ऊर्जा खर्च करता है, जिससे शरीर कमजोर महसूस करता है.
कुछ स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे थायरॉइड, एनीमिया, या नींद संबंधी विकार (स्लीप एपनिया), भी आलस का कारण बन सकती हैं. अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
रात में देर तक मोबाइल, लैपटॉप या टीवी देखने की आदत आपकी नींद की गुणवत्ता को खराब कर सकती है. इससे आप भले ही आठ घंटे सो लें, लेकिन वह नींद गहरी और आरामदायक नहीं होती. सोने से कम से कम एक घंटे पहले डिजिटल स्क्रीन से दूरी बनाएं."
संतुलित आहार लें: पौष्टिक और हेल्दी फूड्स का सेवन करें.
व्यायाम करें: दिन में कम से कम 30 मिनट योग या वर्कआउट करें.
तनाव से बचें: मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग का सहारा लें.
सोने का समय तय करें: रोजाना एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें.
नींद पूरी होने के बाद भी आलस महसूस होना एक संकेत है कि आपकी जीवनशैली या स्वास्थ्य में सुधार की जरूरत है. इस समस्या को नजरअंदाज न करें और समय रहते इसका समाधान ढूंढें.
Disclaimer: ये आर्टिकल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, JBT इसकी पुष्टि नहीं करता. First Updated : Friday, 10 January 2025