आयुर्वेद के अनुसार, गिलोय की जड़ें तना और पत्तियां तीनों ही शरीर के लिए बहुत लाभकारी होती हैं. जिनका इस्तेमाल दवाएं बनाने में किया जाता है. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. मानसून के मौसम में गिलोय रामबाण साबित हो सकता है. आज अपको बताएंगे गिलोय के क्या फायदे हो सकते हैं?
बारिश के मौसम में इम्यून सिस्टम का मज़बूत रहना बहुत ज़रूरी होता है. जो अपको मौसमी बीमारियों से बचाने की काम करता है. इस मौसम में डेंगू, मलेरिया आम बीमारियां होने लगती है. गिलोय इन बीमारियों से बचाने में आपकी मददगार साबिक होता है.
डायबिटीज़ के मरीजों के लिए भी गिलोय फायदेमंद होता है. जो डायबिटीज़ के मरीजों में ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद करता है. इसके अलावा, यह अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण डायबिटीज से जुड़ी परेशानियों को भी ठीक करता है.
गिलोय शरीर से टोक्सिंस को निकालने में मदद करता है. जिससे स्किन भी चमकदार रहती है. मानसून में स्किन से जुड़ी परेशानियों से राहत पाने के लिए गिलोय पाउडर का इस्तेमाल किया जा सकता है.
गिलोय में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रोपर्टीज़ होती हैं. जो सर्दी-जुकाम में भी राहत का काम करती हैं. जिन लोगों को सर्दी-जुकाम, खांसी और टॉन्सिल की परेशानी है, उनके लिए गिलोय का इस्तेमाल बहुत लाभकारी होता है.