7 घंटे से कम नींद लेने से शरीर और दिमाग पर क्या असर पड़ता है? रिसर्च ने खोली है चौंकाने वाली सच्चाई
आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में नींद को अक्सर नजरअंदाज किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि 7 घंटे से कम सोने से शरीर और दिमाग पर गंभीर असर पड़ सकता है? एक ताजा रिसर्च में यह खुलासा हुआ है कि कम नींद से न सिर्फ शारीरिक समस्याएं बढ़ती हैं, बल्कि मानसिक सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है. जानिए, कम नींद लेने के बाद कौन-कौन सी बीमारियां आपको घेर सकती हैं और इसके इलाज के लिए क्या उपाय हैं. पूरी जानकारी के लिए खबर पढ़ें!
आजकल के तेज़-तर्रार जीवन में हर किसी को जल्दी से जल्दी सफलता हासिल करने की दौड़ है. इस दौड़ में नींद अक्सर अनदेखी हो जाती है. काम, सोशल मीडिया, पार्टी, और कई अन्य कारणों से आज के युवा दिन-ब-दिन अपनी नींद में कटौती कर रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नींद की कमी सिर्फ आपकी थकान नहीं बढ़ाती, बल्कि यह आपके शरीर और दिमाग पर बेहद बुरा असर डालती है? आइए जानते हैं कि 7 घंटे से कम नींद लेने से आपके शरीर में क्या बदलाव आते हैं और इसका क्या असर हो सकता है.
7 घंटे की नींद जरूरी क्यों है?
एक सामान्य इंसान को स्वस्थ रहने के लिए रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद चाहिए. एक्सपर्ट्स का मानना है कि नींद का समय आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. नींद के दौरान हमारे शरीर में कई महत्वपूर्ण हार्मोन रिलीज होते हैं, जो हमें दिनभर की ऊर्जा प्रदान करते हैं और शरीर के विभिन्न कार्यों को सुचारू रूप से चलाते हैं. लेकिन अगर हम यह जरूरी नींद नहीं लेते, तो कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
रिसर्च में क्या आया सामने?
एक ताजा रिसर्च के अनुसार, 20 साल के युवाओं में से कई लोग सिर्फ 5 घंटे सोते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है. आजकल की मॉडर्न लाइफस्टाइल और बढ़ते तनाव के कारण लोग दिन-प्रतिदिन कम सो रहे हैं, जो उनकी सेहत पर गंभीर असर डाल रहा है. नींद की कमी से हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, डायबिटीज और कमजोर इम्यूनिटी जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं. इस रिसर्च में यह भी बताया गया कि कम नींद लेने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है.
शरीर और दिमाग पर कम नींद के असर
अगर रात में नींद पूरी नहीं होती, तो इसका सीधा असर शरीर और दिमाग पर पड़ता है. पेन्सिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया कि नींद की कमी से हाई कैलोरी फूड खाने के बाद पेट में कमी महसूस होती है, जिससे हमें और अधिक खाना खाने की इच्छा होती है. इससे शरीर में फैटी प्लॉक जमा होने लगता है, जो दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का कारण बन सकता है. इसके अलावा, कम नींद से तनाव और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं भी बढ़ जाती हैं.
कम नींद लेने के कारण
➢ ऑफिस का काम रात तक करना: आजकल के व्यस्त जीवन में कई लोग रात-रातभर काम करते हैं, जिससे नींद पूरी नहीं हो पाती.
➢ मोबाइल, टीवी का ज्यादा इस्तेमाल: देर रात तक मोबाइल या टीवी देखना भी एक बड़ी वजह है नींद की कमी की.
➢ भारी खाना खाना: देर रात भारी खाना खाने से भी नींद में खलल पड़ता है.
➢ लेट नाइट पार्टीज: देर रात तक पार्टीज और बाहर घूमने से शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिलता.
➢ तनाव और चिंता: तनाव और मानसिक चिंता की वजह से भी नींद पूरी नहीं हो पाती.
पर्याप्त नींद लेने के टिप्स
➢ सोने का समय तय करें: सोने का एक निश्चित समय बनाइए और उसे नियमित रूप से फॉलो करें.
➢ काम को समय पर खत्म करें: ऑफिस का काम रात में ना करें और समय से पहले निपटाएं.
➢ स्क्रीन से दूरी बनाए रखें: रात में मोबाइल, टीवी और अन्य किसी स्क्रीन से दूरी बनाएं.
➢ हल्का खाना खाएं: सोने से पहले हल्का खाना खाएं, ताकि पेट में कोई असुविधा न हो.
➢ आरामदायक माहौल बनाएं: सोने से पहले लाइट कम कर दें और म्यूजिक या किताबों का सहारा लें.
नींद का हमारे शरीर और दिमाग पर गहरा असर होता है. अगर आप रोज़ कम सोते हैं, तो इसका असर आपकी सेहत पर जल्दी दिखने लगेगा. शरीर को आराम और ऊर्जा देने के लिए 7 से 8 घंटे की नींद बहुत जरूरी है. इसलिए, अब समय है कि हम अपनी नींद को प्राथमिकता दें और एक स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाएं.क्या आप अपनी नींद को सुधारने के लिए तैयार हैं?