Study: हार्ट अटैक का नींद से है सीधा संबंध, कम सोना या ज्यादा सोना है खतरनाक

यूएसए के मेडिकल जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित स्टडी के अनुसार यदि वयस्क व्यक्ति 7 से 9 घंटे की गहरी नींद नहीं लेता है तो उसे हार्ट स्ट्रोक या हार्ट अटैक आने का खतरा काफी अधिक होता है।

Abhishek Sharma
Abhishek Sharma

हाइलाइट

  • नींद का बार-बार टूटना, अत्यधिक झपकियां लेना, सोते समय खर्राटे लेना या नींद के दौरान श्वांस लेने में परेशानी होने का संबंध भी हृदय रोगों से

मेडिकल साइंस के अनुसार स्वस्थ जीवन के लिए सुकूनभरी पर्याप्त नींद बहुत जरूरी है। ऐसी कई बीमारियां हैं, अपर्याप्त नींद के कारण जिनके होने की आशंका काफी होती है। आपके दिल की सेहत के लिए भी नींद कितनी जरूरी है, हाल ही जारी एक रिसर्च में यह बात भी साबित हो गई है।

    यूएसए के मेडिकल जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित स्टडी के अनुसार यदि व्यक्ति 7 से 9 घंटे की गहरी नींद नहीं लेता है तो उसे हार्ट स्ट्रोक या हार्ट अटैक आने का खतरा काफी अधिक होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार 18 से 65 साल तक के वयस्काें के लिए 7 से 9 घंटे की नींद जरूरी है। वहीं 12 से 18 साल के किशोरों के लिए 8 से 10 घंटे और बच्चों के लिए 9 से 12 घंटे की नींद ली जानी जरूरी है।

सामान्य लोगों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा 5 गुना अधिक

नींद यदि कम ली जाए या अत्यधिक ली जाए या तो भी हृदय के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। नींद का बार-बार टूटना, अत्यधिक झपकियां लेना, सोते समय खर्राटे लेना या नींद के दौरान श्वांस लेने में परेशानी होने का संबंध भी हृदय रोगों से होता है। स्टडी में ऐसे कुछ लक्षण बताए गए हैं जिनका हार्ट डिजीज और नींद के साथ संबंध है। शोध के अनुसार ऐसे लोगों में सामान्य व्यक्ति की तुलना में हृदयाघात का खतरा पांच गुना तक अधिक होता है।

5 घंटे से कम सोते हैं तो ध्यान दें

स्टडी के परिणामों ने इस बात को बिल्कुल नकार दिया है कि ज्यादा सोने वाले लोगों का दिल अधिक स्वस्थ होता है। इस शोध के अनुसार कम या ज्यादा सोना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। स्टडी के अनुसार एक वयस्क व्यक्ति को 7 से 9 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति 5 घंटे से कम नींद लेता है तो उसे 7 घंटे की नींद लेने वालों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा करीब तीन गुना होता है। वहीं 9 घंटे से अधिक सोने वाले लोगों को 7 घंटे नींद लेने वालों की तुलना में हृदयाघात का दोगुना खतरा रहता है।

नींद का बार-बार टूटना भी खतरनाक

शोध के अनुसार सेहत के लिए गहरी नींद जरूरी है। यदि नींद बार-बार टूटती है, आप अचानक से नींद से उठ जाते हैं और फिर काफी देर तक आपको नींद नहीं आती तो आपको भी हार्ट अटैक का खतरा है।

बार-बार अधिक समय तक झपकियां लेना

रिसर्च के अनुसार वे लोग जो बार-बार झपकी लेते हैं या अधिक देर तक झपकी लेते हैं, उनके दिल की सेहत को नुकसान होने की आशंका है। उन्हें भी हार्ट स्ट्रोक या हार्ट अटैक का रिस्क है।

खर्राटे लेना

यदि आपको भी नींद में खर्राटे आते हैं तो आपको अपनी सेहत को लेकर सचेत हो जाना चाहिए। इस शोध के अनुसार खर्राटों का सीधा संबंध आपके हृदय से है। इससे स्ट्रोक आने का खतरा है और आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

नींद के दौरान श्वांस लेने में परेशानी

इस रिपोर्ट के अनुसार नींद लेने के दौरान श्वांस लेने में कोई अवरोध या समस्या आती है तो आगे चलकर यह हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। कई लोग साइनस की समस्या से ग्रसित होते हैं, जिन्हें शयन के दौरान श्वसन में परेशानी होती है। ऐसे लोगों को चिकित्सक से संपर्क कर इलाज कराना चाहिए।

भारत दुनिया का तीसरा देश जहां लोग कम सोते हैं

वर्ष 2019 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार भारत, दक्षिण कोरिया और जापान के बाद दुनिया का ऐसा तीसरा देश है, जहां लोग पर्याप्त नींद नहीं ले पाते हैं। हाल ही सरकार ने राज्यसभा में हृदयरोगों से जुड़ा आंकड़ा पेश किया था, जिसमें बताया गया था कि वर्ष 2016 में होने वाली कुछ मौतों में से 28 फीसदी मौतों का संबंध हार्ट अटैक से था।

 

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15 April 2023, 05:56 PM IST

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