Horlicks नहीं है 'हेल्दी फूड ड्रिंक', जानें क्यों Hindustan Unilever ने बदल दी कैटेगरी
अक्सर कई घरों में ये देखा जाता है कि लोग हेल्दी ड्रिंक को तौर पर हॉर्लिक्स (Horlicks) का सेवन करते है. इसका इस्तेमाल लगभग सभी घरों में आम बात है. बच्चों से लेकर बड़ों तक इसका सेवन करते हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अब हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) ने इसको हेल्दी ड्रिंक की कैटेगरी से बाहर कर दिया है.
अक्सर कई घरों में ये देखा जाता है कि लोग हेल्दी ड्रिंक को तौर पर हॉर्लिक्स (Horlicks) का सेवन करते है. इसका इस्तेमाल लगभग सभी घरों में आम बात है. बच्चों से लेकर बड़ों तक इसका सेवन करते हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अब हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) ने इसको हेल्दी ड्रिंक की कैटेगरी से बाहर कर दिया है. दरअसल भारत सरकार के आदेश के बाद इसकी पैरेंट कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) ने कैटेगरी में बदलाव करते हुए इसें 'हेल्दी' ड्रिंक के लेबल से हटा दिया है. इसकी कैटेगरी का नाम बदलकर 'फंक्शनल न्यूट्रिशनल ड्रिंक्स' (FND) कर दिया है.
हेल्दी ड्रिंक की लिस्ट से हॉर्लिक्स बाहर
बता दें कि हॉर्लिक्स (Horlicks) का यूज भारत में बड़े पैमाने पर किया जाता है. इसके साथ ही हॉर्लिक्स और बूस्ट जैसे ड्रिंक हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) कके ही प्रोडक्ट है. इससे पहले भी कुछ डेली यूज ड्रिंक को इस लिस्ट से बाहर किया था. उद्योग मंत्रालय ने सभी कंपनियों को अपने प्रोडक्ट्स से हेल्दी ड्रिंक कैटेगरी का नाम हटाने को कहा था, जिसके बाद यह फैसला लिया गया. तो आइए आपको बताते कि आखिर इनकी कैटेगरी में बदलाव क्यों किया जा रहा है.
क्यों किया जा रहा है इनकी कैटेगरी में बदलाव
कुछ समय पहले एक फूड फार्मर नाम के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ने बॉर्नविटा में हाई शुगर होने की बात कही थी. जिसके तुरंत बाद ही राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) को जांच का आदेश दे दिया था. इसके बाद से ही कंपनियों को ये निर्देश दिया गया कि वे अपने प्रोडक्ट्स को इस लिस्ट से बाहर करें.