Handling angry partner: रिश्तों में उथल-पुथल और नोक-झोंक का होना सामान्य है, लेकिन जब यह छोटी-मोटी बहसें गुस्से और तनाव का रूप लेने लगती हैं, तो रिश्ते में दरार डाल सकती हैं. अगर आपका पार्टनर गुस्सैल है और छोटी-छोटी बातों पर उनका गुस्सा फूट पड़ता है, तो यह न सिर्फ आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है, बल्कि रिश्ते में भी कड़वाहट भर सकता है. ऐसी स्थिति में यह जरूरी है कि आप समझदारी से काम लें और इस गुस्से को सुलझाने के कुछ तरीके अपनाएं.
अगर आपका पार्टनर गुस्से में है तो इस समस्या का सामना करने के लिए आपको सही दिशा में कदम उठाने होंगे. यह लेख आपको कुछ ऐसे प्रभावी टिप्स देगा, जिनकी मदद से आप अपने गुस्सैल पार्टनर से बेहतर तरीके से निपट सकते हैं और रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं.
गुस्से के तुरंत बाद अपनी बात रखना ठीक नहीं होता. एक शांत माहौल में जब आपका पार्टनर ठंडा हो जाए, तब आप उनसे प्यार से बातचीत कर सकते हैं. उन्हें समझाएं कि गुस्सा किसी समस्या का हल नहीं है और यह न सिर्फ रिश्ते को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि उनकी सेहत पर भी बुरा असर डालता है. "गुस्से में लोग अक्सर ऐसी बातें कह जाते हैं जिनका बाद में पछतावा होता है," इस बात को ध्यान में रखते हुए, आप उन्हें इस व्यवहार के दुष्प्रभाव के बारे में समझा सकते हैं. जब उनका मन शांत होगा, तो वे आपकी बातों को समझने में सक्षम होंगे और अपनी गलती मानने में संकोच नहीं करेंगे.
जब आपका पार्टनर गुस्से में हो, तो सबसे पहली बात यह है कि आप खुद को शांत रखें. गुस्से में लोग अपनी बात पूरी तरह से सोच समझकर नहीं रखते, इसलिए इस समय अगर आप भी कुछ कहना शुरू कर देंगे, तो स्थिति और बिगड़ सकती है. आपको उनकी बातों को ध्यान से सुनना चाहिए और यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि आखिर वे क्यों परेशान हैं. "गुस्से में लोग शांत मन से बातें नहीं समझ पाते," यह बात स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी मानते हैं, इसलिए गुस्से में कुछ भी कहने से पहले थोड़ी देर रुकना और गुस्से को शांत होने देना सबसे अच्छा तरीका है.
कई बार लोगों का गुस्सा उनके अतीत के अनुभवों के कारण होता है. हो सकता है कि आपके पार्टनर के साथ कुछ ऐसा हुआ हो, जिससे वे अंदर से परेशान रहते हों. ऐसे मामलों में आप उन्हें समझने की कोशिश करें और उनका भावनात्मक सपोर्ट करें. इसके अलावा, आप उन्हें एंगर मैनेजमेंट ट्रेनिंग लेने के लिए प्रेरित कर सकते हैं. यह ट्रेनिंग उन्हें अपना गुस्सा काबू करने में मदद कर सकती है, जिससे उनका जीवन बेहतर बन सकेगा.
किसी भी रिश्ते की सफलता का मूलमंत्र है – संवाद. अगर आप अपने पार्टनर से लड़ाई-झगड़े कम करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको यह समझने की कोशिश करनी होगी कि वे क्या सोचते हैं. "हर इंसान अलग होता है, इसलिए अपने साथी को उनकी तरह समझने की कोशिश करें," यह अहम है. यदि आप अपनी बात को ही सही ठहराने की कोशिश करेंगे, तो इससे रिश्ते में और दूरियां आ सकती हैं. इसलिए खुले दिल से बात करें और एक-दूसरे को समझें, ताकि आप दोनों के बीच समझदारी बढ़े.
जब आपके पार्टनर का गुस्सा बढ़े, तो खुद को शांत रखने की पूरी कोशिश करें. इस स्थिति में बहस या तर्क करने से स्थिति और भी खराब हो सकती है. ऐसे वक्त में सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप उनकी बातों का जवाब न देकर बस शांति से उन्हें सुनें. गुस्से में लोग तर्कहीन बातें कर सकते हैं, इसलिए हर बात पर प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं है. जब वे शांत हो जाएं, तब आप अपनी बात शांति से रख सकते हैं और उन्हें समझाने की कोशिश कर सकते हैं. First Updated : Monday, 23 December 2024