सर्वाइकल कैंसर को कैसे रोका जाए, डॉक्टर ने बताया बचाव के तरीके
सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो गर्भाशय के सबसे निचले हिस्से का घातक ट्यूमर है, यह कैंसर 30-45 वर्ष के बीच की महिलाओं को ज़्यादा होता है.
सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय के निचले हिस्से में होने वाला एक खतरनाक ट्यूमर है, जो ऊपरी योनि से जुड़ा होता है और जिसे गर्भाशय ग्रीवा कहा जाता है. यह कैंसर ज्यादातर 30-45 साल की महिलाओं में पाया जाता है और एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) के खिलाफ स्क्रीनिंग और टीकों की कमी के कारण यह कई देशों में महिलाओं की मौत का एक आम कारण बन चुका है.
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण:
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण तब दिखते हैं जब कैंसर कोशिकाएं आसपास के ऊतकों पर असर डालना शुरू कर देती हैं. इसके कुछ मुख्य लक्षण हैं:
- योनि से खून बहना (कभी-कभी बंद हो जाता है और फिर शुरू हो जाता है)
- दुर्गंधयुक्त योनि स्राव
- संभोग के बाद रक्तस्राव
- संभोग के दौरान दर्द
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- मीनोपॉज (रजोनिवृत्ति) के बाद भी रक्तस्राव
- असामान्य योनि से रक्तस्राव
- थकान, भूख में कमी और वजन कम होना
- पेल्विक (पेट के निचले हिस्से) में दर्द
सर्वाइकल कैंसर से बचाव के उपाय:
जल्दी टीकाकरण:
एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) के खिलाफ टीकाकरण सुरक्षित और प्रभावी है. यह 10 साल की उम्र से शुरू किया जा सकता है और यौन सक्रियता शुरू होने से पहले सबसे ज्यादा प्रभावी होता है.
नियमित स्क्रीनिंग:
सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग बहुत महत्वपूर्ण है. पैप स्मियर टेस्ट और एचपीवी डीएनए टेस्ट से कैंसर के शुरुआती लक्षणों का पता लगाया जा सकता है. यह टेस्ट समय पर इलाज के लिए मददगार होते हैं.
सुरक्षित यौन संबंध:
कंडोम का इस्तेमाल करने से यौन संचारित संक्रमणों से बचाव होता है, जो सर्वाइकल कैंसर के कारण बन सकते हैं.
स्वस्थ आहार:
अपने आहार में एंटीऑक्सीडेंट्स शामिल करें, जिससे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सके. एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली कैंसर और संक्रमणों से बचाने में मदद करती है.
धूम्रपान से बचें:
धूम्रपान से सर्वाइकल कोशिकाओं का डीएनए खराब हो सकता है और यह कैंसर के खतरे को बढ़ाता है. साथ ही यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है, जिससे संक्रमणों के लिए शरीर ज्यादा संवेदनशील हो जाता है. सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए इन उपायों को अपनाकर आप अपनी सेहत का ख्याल रख सकती हैं और इस खतरनाक बीमारी से बच सकती हैं.